Vat Purnima 2022 Messages: वट पूर्णिमा या वट सावित्री व्रत सबसे शुभ दिनों में से एक है, जिसमें विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और उनकी भलाई के लिए उपवास रखती हैं. इस वर्ष वट सावित्री व्रत शनि जयंती के दिन ही पड़ रहा है. पूर्णिमांत कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या के दौरान वट सावित्री व्रत मनाया जाता है. मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु के देवता भगवान यम सावित्री के पति सत्यवान के प्राण लेने आए थे. लेकिन सावित्री ने उसे अपने पति के जीवन को वापस करने के लिए मजबूर कर दिया. सावित्री की भक्ति से प्रसन्न होकर यम सत्यवान को साथ लिए बिना ही लौट गए. इसलिए विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री व्रत का रखती हैं. यह भी पढ़ें: Vat Purnima Mehndi 2022 Design: वट पूर्णिमा पर ये खूबसूरत मेहंदी डिजाइन अपनी हथेलियों पर रचाएं, देखें ट्यूटोरियल
महिलाओं को सूर्योदय से पहले तिल और आंवला पानी में मिलाकर स्नान करना चाहिए और नए कपड़े, चूड़ियां और सिंदूर पहनना चाहिए. पूजा बरगद के पेड़ के नीचे की जाती है. यदि वृक्ष उपलब्ध न हो तो बरगद के पेड़ की एक छड़ी मिट्टी में खोद लें. नहीं तो हल्दी और चंदन के लेप से लकड़ी पर बरगद के पेड़ का चित्र बना लें. कुछ महिलाएं सत्यवान और सावित्री की मूर्तियों को भी रखती हैं और उन्हें अन्य चीजों के साथ सिंदूर चढ़ाती हैं. बरगद के पेड़ पर जल, फूल, चावल, चने के बीज और घर में बने विशेष व्यंजन चढ़ाती हैं. फिर जप करते हुए बरगद के पेड़ की परिक्रमा करें, साथ ही पेड़ के चारों ओर पीले और लाल धागे को बांधेती हैं. उसके बाद सत्यवान और सावित्री की कथा सुनें. प्रसाद लें और गरीबों को भोजन, वस्त्र आदि दान करें.
इस दिन महिलाएं अपनी सखी सहेलियों को मैसेजेस और विशेज भेजकर शुभकामनाएं देती हैं. आप भी नीचे दिए गए विशेज WhatsApp Stickers, HD Wallpapers और GIF Images के जरिए भेजकर वट पूर्णिमा की बधाई दे सकते हैं.
1. बिना खाए पिए व्रत करना,
प्रेम की अटूट परिभाषा है,
हम यूं ही प्रेम बंधन में बंधे रहें,
मेरे दिल की बस यही आशा है.
वट पूर्णिमा की बधाई
2. रखा है व्रत मैंने,
बस एक ख्वाहिश के साथ
लंबी हो उम्र आपकी
और हर जन्म में मिले
हमें एक दूजे का साथ
वट पूर्णिमा की बधाई
3. सुख-दुख में हम तुम,
हर पल साथ निभाएंगे,
एक जन्म नहीं सातों जन्म,
हम पति-पत्नी बन आएंगे.
वट पूर्णिमा की बधाई
4. जोड़ी मेरी तेरी कभी ना टूटे,
हम-तुम कभी एक-दूजे से ना रूठें,
हम दोनों 7 जन्म साथ निभाएंगे,
हर पल की मिलकर खुशियां मनाएंगे.
वट पूर्णिमा की बधाई
5. दिल खुशियों का आशियाना है,
इसे दिल में बसाए रखना,
पत्नी रखती है व्रत आपके लिए,
आप भी उन्हें जिंदगी भर हंसाए रखना.
वट पूर्णिमा की बधाई
वट सावित्री व्रत को हिंदू धर्म में अत्यधिक शुभ और मुख्य त्योहारों में से एक माना जाता है. वट सावित्री व्रत मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा और पंजाब राज्यों में मनाया जाता है. इस दिन, सावित्री, जिसे एक देवी अवतार माना जाता है, और वट या बरगद के पेड़ों की पूजा की जाती है. महिलाएं परंपरा के अनुसार पेड़ पर पवित्र गंगा जल छिड़कती हैं और उसके चारों ओर लाल धागे को 108 बार लपेटकर अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र की कामना करती हैं.