Vastu Dosh 2024: नये घर में लगातार बढ़ रही परेशानियों से कैसे पायें मुक्ति? जानें कुछ महत्वपूर्ण टिप्स!

नये घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति का यही सपना होता है कि, उसके सपनों का यह आशियाना उसके लिए जीवन में सुख, शांति, समृद्धि एवं मंगल का प्रतीक बनेगा, लेकिन अगर इसके विपरीत आपके नये आशियाना में आये दिन आपको नई-नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो, बीमारियां पीछा नहीं छोड़ रही हों, पदोन्नति रूक गई है, व्यवसाय में निरंतर घाटा हो रहा है, नाते-रिश्तेदारों से भी मनमुटाव चल रहा है, यहां तक कि घर के सदस्यों में भी आये दिन झगड़े-विवाद हो रहे हैं, इसका क्या आशय हो सकता है? क्या इसके पीछे वास्तु दोष की भूमिका हो सकती है,.

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नये घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति का यही सपना होता है कि, उसके सपनों का यह आशियाना उसके लिए जीवन में सुख, शांति, समृद्धि एवं मंगल का प्रतीक बनेगा, लेकिन अगर इसके विपरीत आपके नये आशियाना में आये दिन आपको नई-नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो, बीमारियां पीछा नहीं छोड़ रही हों, पदोन्नति रूक गई है, व्यवसाय में निरंतर घाटा हो रहा है, नाते-रिश्तेदारों से भी मनमुटाव चल रहा है, यहां तक कि घर के सदस्यों में भी आये दिन झगड़े-विवाद हो रहे हैं, इसका क्या आशय हो सकता है? क्या इसके पीछे वास्तु दोष की भूमिका हो सकती है,. इनसे मुक्ति पाने के लिए क्या करना चाहिए आइये, जानते हैं वास्तु शास्त्र क्या कहता है, इस संदर्भ में...

सर्वप्रथम वास्तु दोष दूर करें

नया घर सपनों का महल होता है, इसके साथ हमारे तमाम सपने जुड़े होते हैं. इसलिए वहां से किसी तरह के नकारात्मक बातें देखने को मिल रही हैं तो हमें इस पर सिलसिलेवार नजर रखनी चाहिए. यह भी पढ़ें : Dead Relatives in Dreams: मृत संबंधी का सपने में आना! जानें इसके क्या संकेत हो सकते हैं?

फर्नीचर को पुनर्व्यवस्थित करें: वास्तु दिशानिर्देशों के अनुसार फर्नीचर और सजावट के स्थान को समायोजित करें. उदाहरण के लिए, दक्षिण-पश्चिम कोने में भारी फर्नीचर रखने से स्थिरता बढ़ सकती है.

रंग और तत्व: ऐसे रंगों और तत्वों का उपयोग करें जो सकारात्मक ऊर्जा से मेल खाते हों. उदाहरण के लिए, उत्तर-पूर्व दिशा में हल्के रंग और दक्षिण-पश्चिम दिशा में मिट्टी के रंग मददगार हो सकते हैं.

दर्पण और क्रिस्टल: रणनीतिक रूप से दर्पण या क्रिस्टल रखने से ऊर्जा प्रवाह को पुनर्निर्देशित करने में मदद मिलती है. हमें मुख्य दरवाजे के सामने क्रिस्टल रख सकते हैं.

बाहरी परिवर्तन:

नवीनीकरण: एक उपाय पूरे घर का नवीनीकरण हो सकता है. संभव हो, तो घर का वास्तु सिद्धांतों के अनुरूप इसमें दरवाजे, खिड़कियां या कमरे के स्वरूप में आमूल परिवर्तन करें, इससे वास्तु दोष दूर हो सकते हैं.

भूनिर्माण: ऊर्जा प्रवाह को बढ़ाने के लिए बगीचे या बाहरी स्थान को भी समायोजित करके घर में सकारात्मकता लाई जा सकती है.

आध्यात्मिक अभ्यास:

पूजा और अनुष्ठान: विशिष्ट अनुष्ठान या प्रार्थना करने से स्थान को शुद्ध करने और सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करने में मदद मिल सकती है. मार्गदर्शन के लिए किसी वास्तु विशेषज्ञ को नियुक्त करना लाभकारी हो सकता है.

फेंगशुई: कुछ विशेषज्ञों के अनुसार फेंगशुई सिद्धांतों को शामिल करने से वास्तु दोष में सुधार लाई जा सकती है.

स्थानांतरण का प्रभाव

अगर तमाम उपाय के बावजूद घर का वास्तुदोष दूर नहीं हो रहा है तो आपको तत्काल नये घर लेने का निर्णय लेना होगा.

नई शुरुआत: नया वातावरण अकसर एक मनोवैज्ञानिक रीसेट प्रदान कर सकता है. पिछले घर से जुड़ी किसी भी नकारात्मक भावना को कम करने में मदद कर सकता है.

व्यक्तिगत आचरण: घर चाहे जो भी हो, सकारात्मक आदतों का अभ्यास करना और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखना परिवार की गतिशीलता और कल्याण को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है.

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