प्यार का इजहार करने के लिए सबसे बेहतर माध्यम होता है 'किस' (Kiss) यानी चुंबन. अपनी फीलिंग को हम शब्दों में उतने प्रभावशाली ढंग से व्यक्त नहीं कर पाते, जितनी अच्छी तरह से पार्टनर को किया गया 'किस' बता देता है. 'किस' के दौरान हमारी भावनाओं का बवंडर उमड़ने लगता है. आज भी दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं हैं, जो 'किस' की मूल भावना से अनभिज्ञ हैं. क्या आप जानते अथवा जानती हैं कि आपकी सेहत के लिए 'किस' कितना जरूरी और अच्छा है! आज यहां 'किस' के इन्हीं फायदे और फैक्टर्स पर बात करेंगे.
'किस' तनाव दूर करता हैः
'किस' आपके इम्यून सिस्टम (प्रतिरोधक क्षमता) को मजबूत बनाता है!
एक पार्टनर जब लिप टू लिप किस करते हैं तो हमारी दांतों में होने वाली कैविटी भी धीरे-धीरे ठीक हो जाती है. क्योंकि किस के आदान-प्रदान के दौरान हमारी लार तेजी से बनती है, जो दांतों की कैविटी को ठीक कर देती है.
इससे दिल प्रसन्न होता है!
किस करके आपका दिल-दिमाग प्रसन्न हो जाता है. साथ ही आपके भीतर अच्छी फीलिंग वाले हारमोन इंडोर्फिन बढ़ते हैं, जिससे आप कुछ पल के लिए खुशियों के समंदर में हिलोरे लेने लगते हैं.
किस करते समय दाहिनी तरफ सिर झुकाने का आशय?
एक शोध के अनुसार दुनिया के लगभग पचहत्तर फीसदी लोग किस करते वक्त दाहिनी ओर ही झुकते हैं. वस्तुतः ऐसी मान्यता है कि इंसान जन्म लेने से पूर्व ही यानी मां की कोख में भी दाहिनी ओर ही रहता है, इस तरह यह प्रकृति प्रदत्त ही होता है.
रिश्तों को मजबूत बनाती है
किस पार्टनर को केवल एक दूसरे के पास ही नहीं लाती है, बल्कि दोनों के बीच रिश्तों को प्रगाढ भी बनाती है. पार्टनर के बीच हर दूरी को खत्म करने की भूमिका भी निभाती है.
किस करते समय आंखें बंद हो जाती हैं!
अमूमन देखा जाता है कि किस करते समय दोनों पार्टनर की आंखें बंद हो जाती हैं. दरअसल किस करते समय आंखें डाइलेट हो जाती हैं, जिसकी वजह से एक दूसरे को फोकस करना मुश्किल होता है. इससे कुछ पल के लिए मेंटल रिलीफ महसूस होता है.
किस से पार्टनर के बीच आपसी केमिस्ट्री अच्छी बनती है.
किस करते वक़्त जो 'लव हॉरमोन' या 'ऑक्सीटोसिन' छूटता है, वह कपल्स के लिए बहुत अहम होता है. ये कपल्स के बीच अटैचमेंट और ताल-मेल की फीलिंग्स डेवेलप करने में मदद करता है. इस तरह किस करने से ही रिश्ता मज़बूत होता है!