जब भी भगवान शिव की नगरी वाराणसी घूमने जाएं, इन मशहूर जगहों की सैर करना न भूलें
शिव की नगरी वाराणसी (Photo Credits: Pixabay)

देवों के देव महादेव (Mahadev) की नगरी काशी यानी वाराणसी (Varanasi) सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटकों (Tourists) को भी लुभाती रही है. देश की सबसे प्राचीन नगरी कही जाने वाली वाराणसी में आने वाले पर्यटकों को बिल्कुल अनोखा और अलौकिक अनुभव प्राप्त होता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव (Lord Shiva)के त्रिशूल पर बसी काशी नगरी उन्हें अत्यंत प्रिय है, इसलिए इसे धर्म, कर्म और मोक्ष की नगरी भी कहा जाता है. यहां की संकरी गलियां, बनारस के अस्सी घाट और प्राचीन मंदिरों से लेकर काशी के कण-कण में भगवान शिव का वास माना जाता है.

अगर आप घूमने-फिरने के शौकीन हैं तो आपके फेवरेट डेस्टिनेशन्स की लिस्ट में वाराणसी का नाम जरूर शामिल होगा. बनारस के अस्सी घाट और काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के अलावा यहां स्थित इन मशहूर स्थलों के दर्शन कर आप अपनी यात्रा के सुखद अनुभव को दोगुना कर सकते हैं.

1- मंदिर

काशी के नाम से मशहूर वाराणसी में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ के अलावा आपको हर सड़क, हर गली में मंदिर मिल जाएंगे. काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा आपको दुर्गा मंदिर और संकट मोचन हनुमान मंदिर के दर्शन भी जरूर करने चाहिए.  यह भी पढ़ें: गर्मी की छुट्टियों में कर रहे हैं घूमने की प्लानिंग, तो जरूर करें इन मशहूर जगहों की सैर

2- गंगा घाट

वाराणसी में अस्सी घाट हैं, जहां डुबकी लगाकर भक्त मोक्ष की कामना करते हैं. इन घाटों में दशाश्वमेध घाट, मणिकर्णिका घाट, अस्सी घाट, पंचगंगा घाट यहां के मशहूर घाट हैं जहां पहुंचकर भक्तों के मन के सारे उथल-पुथल शांत हो जाते हैं. इन घाटों पर जाकर आप एक अलग अनुभव प्राप्त कर सकते हैं.

3- सारनाथ

भीड़भाड़ से दूर अगर आप एकांत में सुकून के कुछ पल बिताना चाहते हैं तो आप वाराणसी से 10 किमी दूरी पर स्थित सारनाथ जा सकते हैं. कहा जाता है कि सारनाथ में भगवान गौतम बुद्ध ने ज्ञान प्पार्ति के बाद अपना पहला उपदेश दिया था. यहां आकर आप कई खूबसूरत स्तूपों और मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं.

4- रामनगर किला

अगर आप वाराणसी जाने की योजना बना रहे हैं तो इस शहर से 14 किलोमीटर दूर स्थित रामनगर किले का दीदार जरूर करें. रामनगर किले से गंगा नदी और घाट का मनमोहक नजारा देखने को मिलता है. साल 1750 में राजा बलवंत सिंह ने इस किले का निर्माण कराया था. दशहरे के दौरान इस किले को सजाया जाता है और यहां रामलीला का भव्य आयोजन भी किया जाता है. यह भी पढ़ें: जन्नत से कम नहीं हैं भारत के ये 5 खूबसूरत गांव, इनकी सुंदरता देख आप भी जाना चाहेंगे बार-बार

5- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय

बनारस जाएं तो यहां स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय जाना न भूलें. दरअसल, वाराणसी को विद्या की राजधानी भी कहा जाता है. पंडित मदनमोहन मालवीय ने 1916 में यहां बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. इसके अलावा यहां के सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय की सैर भी जरूर करें.

बहरहाल इन जगहों की सैर करने के अलावा यहां की मशहूर बनारसी साड़ी, बनारसी मिर्च का अचार और यहां के मशहूर आलू के पापड़ खरीदना बिल्कुल भी न भूलें. वाराणसी घूमने के लिए आप रेल, बस और वायु मार्ग से जा सकते हैं.