शाकंभरी नवरात्रि (Shakambari Navratri) पौष शुक्ल अष्टमी से शुरू होती है और पौष पूर्णिमा पर समाप्त होती है. पौष शुक्ल अष्टमी को बाणदा अष्टमी या बाणदाष्टमी के रूप में जाना जाता है. ज्यादातर नवरात्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होते हैं, सिवाय शाकंभरी नवरात्रि के जो अष्टमी से शुरू होते हैं और पूर्णिमा पर समाप्त होते हैं. इसलिए शाकंभरी नवरात्रि कुल आठ दिनों तक चलती है. शाकंभरी माता देवी भगवती का अवतार हैं. ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी पर अकाल और गंभीर खाद्य संकट को कम करने के लिए देवी भगवती ने शाकंभरी के रूप में अवतार लिया. उन्हें सब्जियों, फलों और हरी पत्तियों की देवी के रूप में भी जाना जाता है और फलों और सब्जियों के हरे रंग के परिवेश के साथ चित्रित किया गया है.
शाकंभरी नवरात्रि का समापन पौष पूर्णिमा पर होता है जिसे शाकंभरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. शाकंभरी पूर्णिमा को शाकंभरी जयंती के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह माना जाता है कि देवी शाकंभरी इस दिन अवतरित हुई थीं. इस दिन लोग अपने प्रियजनों को शाकंभरी नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हैं, अगर आप भी इस शुभ अवसर पर अपने प्रियजनों को शुभमनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए WhatsApp Stickers, Facebook Messages, Wishes, GIF Images, Photo SMS, Wallpapers, भेजकर दे सकते हैं. यह भी पढ़ें: Paush Purnima 2021: कब है पौष पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त, व्रत कथा, महत्व और पूजा विधि
1. मां भरती झोली खाली
मां संकट हरने वाली
मां विपदा मिटाने वाली
मां के सभी भक्तों को
शाकंभरी नवरात्रि की शुभकामनाएं!
2. हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई
होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई
होगी अब मन की हर मुराद पूरी
हरने सारे दुख माता अपने द्वार आ गई
शुभ शाकंभरी नवरात्रि
3. शाकंभरी नवरात्रि पर आप
सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!
4. शाकंभरी नवरात्रि आप सभी के
जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि लेकर आए.
5. खड़ा हूं माता तेरे दर पे
लेकर हाथों में श्रद्धा के फूल
भक्ति मेरी जुड़ी रहेंगी तुमसे
तेरे उपकारों को ना पाया भूल
शाकंभरी नवरात्रि की बधाई
शाकंभरी नवरात्रि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में लोकप्रिय है. कर्नाटक में, शाकंभरी देवी को बनशंकरी देवी के नाम से जाना जाता है और नवरात्रि के दौरान बाणदा अष्टमी एक महत्वपूर्ण दिन है.