Sex After a Heart Attack: हार्ट अटैक या बाय पास सर्जरी के बाद सेक्स कितना सुरक्षित है? जानें 7 महत्वपूर्ण शोधपरक तथ्य
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

हार्ट अटैक से बचना एक नया जीवन पाने जैसा होता है. इसके बाद विशेष सावधानियां बरतनी जरूरी है. मसलन उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल तथा डायबिटीज जैसे हृदय संबंधी रोगों को बढ़ाने वाले तथ्यों पर नियंत्रण रखने के लिए कुछ दवाएं या हेल्दी फूड जरूरी होती है. लेकिन बात सेक्स की करें तो सवाल उठना लाजमी है कि क्या हार्ट अटैक या हार्ट सर्जरी के बाद आप शारीरिक संबंध बना सकते हैं? अमेरिकन कार्डियोलॉजिस्ट माइकल मिलर एवं हील योर हार्ट के लेखक के अनुसार अपने साथी के साथ शारीरिक संबंध बनाने से पूर्व आपको अपने हृदय रोग विशेषज्ञ से सलाह लेने के अलावा इन 7 महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में भी आपको पता होना बहुत जरूरी है. यह भी पढ़ें: Signs of a Perfect Sex Partner: परफेक्ट सेक्स पार्टनर के 5 संकेत

भोजन को पचाने

डॉ मिलर की एक बयान के अनुसार हार्ट अटैक, स्टेंट प्लेसमेंट या ओपन सर्जरी के बाद यौन गतिविधियों को पुनः शुरू करने वाले मरीज को रात को भोजन शुरू करने से पहले कुछ घंटे इंतजार करना चाहिए, इससे आपका शरीर भोजन को ठीक से पचा पाता है, जिससे दिल पर संभावित तनाव या प्रेशर कम होता है, आप सुरक्षित संबंध बनाने में सफल होते हैं.

दवाएं देखकर लें

हार्ट अटैक आने के बाद सेक्स करने की बात आती है तो यहां यह जानना महत्वपूर्ण है कि आप वर्तमान में कौन-सी दवा ले रहे हैं. डॉ मिलर के अनुसार यदि आपका पार्टनर वियाग्रा, सियालिस या लेविटा जैसी इरेक्टाइल डिसफंक्शन दवाएं ले रहा है तो तो आपको न्यूनतम 72 घंटे तक नाइट्रोग्लिसरीन दवा जैसे इमदुर या सबलिंगुअल ग्लाइसेल ट्रिनिटेंट नहीं लेना चाहिए. ज्यादा जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से सुझाव लें.

अपनी क्षमता को जांचे

दिल की सर्जरी या हार्ट अटैक के बाद आप कब सेक्स करना शुरू करते हैं,यह आपके हृदय की समस्या और उनके इलाज पर निर्भर करता है. अगर आपको हार्ट अटैक आया था, जिसे मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन भी कहते हैं, तो समझदारी होगी कि आप एक सप्ताह इंतजार करें. अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के 2015 के एक शोध के अनुसार,आप अपनी एक्टिविटी शुरू कर सकते हैं. दो सीढ़ियां चढ़ने या तेज चलने की तुलना में. सेक्स को पुऩः शुरू करने के लिए कोई अतिरिक्त जोखिम नहीं है. लेकिन अगर छाती या गर्दन की परेशानी, थकान या सांस की तकलीफ नहीं है तो आप सेक्स कर सकते हैं.

अगर स्टेंट इलाज हुआ है

यदि आपका स्टेंट के साथ इलाज हुआ है, तो आवश्यक दिशानिर्देशों के अनुसार संभोग फिर से शुरू कर सकते हैं. इसके लिए एक सप्ताह की प्रतीक्षा काफी है. डॉ मिलर के अनुसार जब तक एक्सेस साइट किसी भी तरह की जटिलताओं से मुक्त है, पहले आप सुनिश्चित कर लें, कि आप तेज गति से चल सकते हैं या बिना किसी समस्या के दो माले तक सीढ़ियों से जा सकते हैं, यानी आपको सांस की तकलीफ, थकान, छाती या गर्दन की परेशानी नहीं हो रही है, तो आप शारीरिक संबंध बना सकते हैं.

कोरोनरी बाईपास सर्जरी हुई है तो

कोरोनरी बाईपास सर्जरी एक ऐसी प्रक्रिया है जो हृदय में आंशिक रूप से अवरुद्ध धमनी के एक हिस्से के चारों ओर रक्त प्रवाह को मोड़ देती है. हृदय में रक्त प्रवाह को सुचारु बनाने के लिए, सर्जन आपके हाथ, पैर या छाती से स्वस्थ रक्त वाहिका लेकर स्वस्थ हृदय धमनियों से जोड़ते हैं. यह अत्यधिक गंभीर प्रक्रिया है. ऐसे में आपको अपने शरीर को पूरी तरह स्वस्थ होने के लिए ज्यादा समय देना होगा. डॉ मिलर के अनुसार यह रेस्ट 6 से 8 सप्ताह होनी चाहिए

तो फिर सेक्स में समस्या हो सकती है

यदि पुरुष पार्टनर को हार्ट अटैक आया है या बाय पास सर्जरी हुई है तो उसे सेक्स से समस्या हो सकती है. 2016 में जामा कार्डियोलॉजी के एक शोध के अनुसार 18 से 55 की आयु के 31 प्रतिशत पुरुष, जिन्हें हार्ट अटैक से पहले कोई यौन समस्या नहीं थी, अगले वर्ष यौन चुनौती के साथ समाप्त हो गई. इनमें ईडी (22 प्रतिशत) और सेक्स में रुचि की कमी (19 प्रतिशत) शामिल हैं. यह सामान्य है, क्योंकि जिन लोगों को बड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हुई हैं, वे अक्सर चिंतित रहते हैं, और यह विचार शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से एक अच्छे सेक्स में बाधा डाल सकते हैं.

तब इस मिथक को तोड़ें कि सेक्स से दिल का दौरा पड़ता है

यदि आपको कोई अन्य गंभीर जटिलता नहीं है, तो सेक्स के दौरान दूसरा हार्ट अटैक पड़ने के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी अध्ययन 2015 के अनुसार, सेक्स के दौरान या हस्तमैथुन करते समय एक और हार्ट अटैक के जोखिम की संभावना नहीं है. शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला, रोगियों को आश्वस्त करना महत्वपूर्ण है कि उन्हें सेक्स के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है. वे सामान्य रूप से सेक्स

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.