पंचांग वस्तुतः पांच अंगों मसलन तिथि, वार, करण, योग और नक्षत्र से तैयार एक ऐसी पाण्डुलिपि है, जिसकी मदद से हम पूरे दिन के शुभ और अशुभ पलों का पता लगाते हैं. हिंदू धर्म में मान्यता है कि पंचांग की मदद से शुभ मुहूर्त निकालकर कार्य शुरू करने से कार्य की सिद्धि और संपूर्णता की संभावना बढ़ जाती है, साथ ही पंचांग हमें यह भी बताता है कि अशुभ घड़ी में शुभ और महत्वपूर्ण कार्य शुरू नहीं करना चाहिए. आइये जानते हैं आज 30 दिसंबर के पंचांग के अनुसार आज का दिन कैसा रहने वाला है..
आज 30 दिसंबर 2024, दिन सोमवार, हिंदी माह पौष कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि 03.56 AM तक उपरांत प्रतिपदा, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), मार्गशीर्ष, नक्षत्र मूल 11.57 PM तक उपरांत पूर्वाषाढ़ा 12.03 AM ( 1 जनवरी 2025). वृद्धि योग 08.32 PM तक, उसके बाद ध्रुव योग 06.59 PM 31 दिसंबर 2024. सूर्य धनु राशि पर और चन्द्रमा धनु राशि पर संचार करेगा.
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदयः 07.13 AM
सूर्यास्तः 05.34 PM
चन्द्रोदयः 06.36 AM
चन्द्रास्तः 05:12 PM
सूर्य धनु राशि पर है
चन्द्रमा धनु राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
दिशा शूलः पूर्व
अग्निवासः आकाश
शिववासः गौरी के साथ
आज 30 दिसंबर 2024, सोमवार का पंचांग
तिथि | पौष कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि 03.56 AM तक उपरांत प्रतिपदा |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
वार | 04.17 PM, रविवार |
नक्षत्र | नक्षत्र मूल 11.57 PM, उपरांत पूर्वाषाढ़ा 12.03 AM |
योग | वृद्धि योग 08.32 PM तक, उसके बाद ध्रुव योग. |
राहुकाल | 08.31 AM – 09.49 AM |
सूर्योदय-सूर्यास्त | 07.13 AM से 05.34 PM |
चंद्रोदय-चंद्रास्त | 06.36 AM– 05:12 PM |
दिशा शूल | पूर्व दिशा |
चंद्रमा राशि | चन्द्रमा धनु राशि पर संचार करेगा |
सूर्य राशि | धनु राशि पर है |
शुभ मुहूर्त, 30 दिसंबर 2024
ब्रह्म मुहूर्त | 04.07 AM से 05.07 AM तक |
अभिजीत मुहूर्त | 12.03 PM से 12.45 PM |
गोधुलि बेला | 05:32 PM से 05:59 PM |
निशिता काल | 11.57 PM से 12.51 AM (31 दिसम्बर) |
अमृत काल | 05.24 PM से 07.02 PM |
विजय मुहूर्त | 02.07 PM से 02.49 PM |
शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 05.24 AM से 06:19 AM
अभिजित मुहूर्त: 12.03 PM से 12.45 PM
विजय मुहूर्त: 02.07 PM से 02.49 PM
गोधूलि मुहूर्त: 05:32 PM से 05:59 PM
अमृत काल: 05.24 PM से 07.02 PM
निशिता मुहूर्त: 11.57 PM से 12.51 AM (31 दिसम्बर)
अशुभ काल
राहू कालः 08.31 AM – 09.49 AM
यम गण्डः 11.06 AM – 12.24 PM
गुलिकः 01.41PM – 02.59 PM एवं 02.49 PM से 03.30 PM
दुर्मुहूर्तः 124.5 PM – 01.26 PM,
वर्ज्यम्: 07.34 AM – 09.12 AM, 10.19 PM – 11.57 PM
त्यौहार और व्रत
आज सोमवती अमावस्या है. इस दिन गौरी पार्वती की पूजा का विधान है. इसके अलावा साल के इस आखिरी अमावस्या को पितरों के नाम पर दान-धर्म करने से पितर प्रसन्न होते हैं. इस दिन आत्मशुद्धि के साथ पितृ तर्पण करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, और उनके आशीर्वाद से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.