Ganesh Chaturthi 2024 Visarjan Dates: गणपति बप्पा आए और उनके विसर्जन की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी. डेढ़ दिन के गणपति की विदाई हो चुकी है. वस्तुतः सनातन धर्म में प्रतिमा को भगवान का प्रतीक मानकर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है.
पूजा के पश्चात प्रतिमा का विसर्जन भी उतना ही आवश्यक होता है, जितनी पूजा-अनुष्ठान. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं की मूर्ति से ‘प्राण अंश’ निकलकर वापस अपने-अपने लोक चला जाता है, यानी परमब्रह्म में लीन हो जाता है. चूंकि जल सृष्टि का सबसे पवित्र तत्व माना गया है, क्योंकि उसी से सबकी उत्पत्ति हुई है, इस वजह से गणेश जी की प्रतिमा जल में प्रवाहित कर उनकी विदाई की जाती है. ये भी पढ़े :Ganesh Chaturthi 2024: नन्हा चूहा विशालकाय गणेशजी का वाहन कैसे बना? जानें एक रोचक पौराणिक कथा!
यूं तो गणपति बप्पा की प्रतिमा का विसर्जन अनंत चतुर्दशी पर करना ज्यादा शुभ माना जाता है, जो 10 दिनों के बाद पड़ता है. इन 10 दिनों तक गणेशजी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है, लेकिन मान्यतानुसार अनंत चतुर्दशी से पूर्व भी कुछ विशेष दिनों में गणपति प्रतिमा का विसर्जन किया जा सकता है. आइये जानते हैं कि डेढ़ दिनों के बाद और किस-किस दिन गणपति बप्पा की विदाई का मुहूर्त बन रहा है.
कब कब है गणेश विसर्जन की तिथि
विसर्जन तिथि प्रातः मुहूर्त, अपराह्न मुहूर्त, सायंकाल मुहूर्त, रात्रि मुहूर्त,
09.09.2024, दिन-3, 06.03 AM-07.37 AM, 09.11 AM-10.44 AM, 01.52 PM-06.33 PM, 06.33 PM-07.59 PM
11.09.2024, दिन-4, 10.44 AM-12.17 AM, 03.24 PM-06.31 PM, 07.57 PM-12.18 AM, 03.11 AM-04.38 AM (12.09)
13.09.2024, दिन-5, 06.05 AM-10.44 AM, 04.55 PM-06.28 PM, 09.23 PM-10.50 PM, 12.17 AM-04.38 AM (14.09)
17.09.2024, दिन-6, 09.11 AM-01.47 PM, 03.19 PM-04.51 PM, 07.51 PM-09.19 PM, 12.17 AM-04.38 AM (18.09)
उपयुक्त तिथियों एवं मुहूर्त के अनुरूप गणपति बप्पा का विसर्जन किया जा सकता है.