Kojagiri Purnima Wishes 2021: जैसे ही मानसून का मौसम समाप्त होता है, कोजागरी पूर्णिमा (Kojagiri Purnima) या शरद पूर्णिमा पूर्णिमा मनाई जाती है, इस बार यह 19 अक्टूबर को मनाई जा रही है. इसे हिंदुओं का फसल उत्सव माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पृथ्वी और चंद्रमा एक दूसरे के बहुत करीब होते हैं और ऐसे में चंद्रमा से प्राप्त होने वाली किरणें आत्मा और शरीर के पोषण के लिए बहुत अच्छी होती हैं. महाराष्ट्र में यह पूजा बहुत भव्यता के साथ की जाती है. भक्त देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और पूरे दिन उपवास भी रखते हैं. ऐसा माना जाता है कि रात के समय देवी भक्तों के घर आती हैं और इस रात जो भी जागता है उस पर अपनी कृपा बरसाती हैं. इसलिए लोग कोशिश करते हैं कि रात में सो न जाएं और खुद को व्यस्त रखने के लिए भक्ति गीत गाएं. यह भी पढ़ें: Happy Kojagiri Purnima 2020 Wishes: कोजागरी पूर्णिमा पर अपनों को ये हिंदी Quotes, WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIF Images, SMS, Wallpapers भेजकर दें शुभकामनाएं
इस पूजा के दौरान लोग अपने घरों को रोशनी से अच्छी तरह सजाते हैं और देवी लक्ष्मी के स्वागत के लिए रंगोली बनाते हैं. यह एक ऐसा त्योहार है जो लोगों के जीवन में रोशनी का स्वागत करता है. इस त्योहार की एक और परंपरा है कि पूजा खत्म होने के बाद भक्तों को रात में चावल के साथ ठंडा दूध पिलाया जाता है. यह त्योहार देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है.
1- आश्विन मास की पूर्णिमा का रंग है निराला,
इसकी चांदनी रात में होती है अमृत की वर्षा,
इस रात राधा संग कृष्ण करते हैं महारास,
माता लक्ष्मी देती हैं सुख-समृद्धि का आशीर्वाद.
हैप्पी कोजागरी पूर्णिमा
2- आओ हम सब साथ मिलकर,
शरद पूर्णिमा के चंद्रमा का आशीर्वाद,
अपने शीश झुकाकर पाएं,
और जीवन को समृद्ध बनाएं.
हैप्पी कोजागरी पूर्णिमा
3- दुआ है कि शरद पूर्णिमा का उत्सव,
दे आपको जीवन में खुशहाली और समृद्धि,
इस दिन मिले आपको मां लक्ष्मी का आशीर्वाद,
आपके जीवन में शुभता लेकर आए यह त्योहार.
हैप्पी कोजागरी पूर्णिमा
4- शरद पूर्णिमा की पावन रात्रि,
आप और आपके परिवार पर,
अमृत व सोमरस बरसे,
और सुख-समृद्धि की वर्षा हो.
हैप्पी कोजागरी पूर्णिमा
5- गोपियों संग राधा चलीं कृष्ण के द्वार,
कान्हा के सांवले रंग की बिखरे छटा अपार,
पूर्णिमा के उज्जवल प्रकाश में मिली वो कृष्ण से,
रास लीला आज होगी और नाचेगा सारा संसार...
हैप्पी कोजागरी पूर्णिमा
कोजागिरी लक्ष्मी पूजा महाराष्ट्र में सितंबर या अक्टूबर के महीनों के दौरान पूर्णिमा के दिन एक मनाई जाती है. इस उत्सव को कौमुदी या शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. शरद पूर्णिमा को भारत के कई राज्यों में फसल उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है और यह मानसून के बाद सर्दियों के मौसम की शुरुआत का भी प्रतीक है.