
बैसाखी वसंत ऋतु में फसल की कटाई के प्रतीक स्वरूप मनाया जाता है. सुख एवं समृद्धि का यह पर्व पंजाबी एवं सिख समुदाय द्वारा सैकड़ों वर्षों से मनाया जा रहा है, चूंकि यह पर्व वैशाख कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है, इसलिए इसे बैसाखी नाम दिया गया है. बैसाखी सिख समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्वों में एक है. बैसाखी का यह पर्व 17वीं शताब्दी के अंतिम दिनों में सिखों के गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इस वर्ष 14 अप्रैल 2025 को बैसाखी का पर्व मनाया जाएगा. आइये फसलों के इस महापर्व पर अपने शुभचिंतकों एवं, इष्ट-मित्रों को बैसाखी पर ये महत्वपूर्ण कोट्स भेजकर पर्व के आनंद को दुगना करें.. यह भी पढ़ें : Baisakhi 2025 Messages: बैसाखी के इन शानदार हिंदी WhatsApp Wishes, Shayaris, GIF Greetings, Photos को भेजकर अपनों को दें पर्व की शुभकामनाएं
* ‘आइए इस बैसाखी पर हम सब दया के बीज बोएं और प्रेम की फसल काटें.’
‘बैसाखी पर्व पर अशेष शुभकामनाएं.’
* ‘बैसाखी हमें अपनी कड़ी मेहनत के बाद मिलने वाले फल का जश्न मनाना सिखाती है.’
* ‘हमारे पास बैसाखी की जो कृतज्ञता है, पर्व को पर्याप्त बनाती है
‘बैसाखी की शुभकामनाएं.’
* ‘बैसाखी की परंपराओं का जश्न मनाएं, जड़ों का सम्मान करें और नई शुरुआत करें.’
* ‘बैसाखी का सच्चा आनंद लोगों के साथ शेयर करने और इसे बरकरार रखने में है.’
* ‘आइए प्रेम की फसल काटें और खुशी बोएं-बैसाखी की शुभकामनाएं.’
* ‘हर बैसाखी नए सिरे से शुरुआत करने और उम्मीद के साथ जीने का मौका है.’
* ‘इस बैसाखी की रात ऐसे नृत्य करें, जैसे कोई देख नहीं रहा हो, सदा सूरज की तरह मुस्कुराए
‘बैसाखी की शुभकामनाएं.’
* ‘बैसाखी पर्व का विश्वास और कड़ी मेहनत हमेशा अच्छी फसल देती है.’
* ‘मैं सर्वोच्च सत्ता का सेवक हूं, लेकिन जो मुझे भगवान कहते या मानते हैं, वे नरक के गड्ढे में गिरेंगे.’
* ‘जब सुरक्षा के सारे साधन विफल हो जाते हैं, तब तलवार खींचना ही उचित है.’
* ‘जो सत्य और न्याय के लिए लड़ता है, भले ही अकेला हो, वही सच्चा योद्धा है.’
* ‘मैं धर्म को बनाए रखने और बुराई को हराने के मिशन के साथ दुनिया में आया हूं.’
* ‘वह अकेला व्यक्ति है, जो अपने वचन का पालन करता है: ऐसा नहीं है कि उसके दिल में एक बात है, और जीभ पर दूसरी बात है.’
‘बैसाखी पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं.’
* ‘प्रेम के क्षेत्र में, केवल वे ही स्वीकार किए जाते हैं जो खुद को बलिदान करते हैं.’
* ‘भगवान को केवल प्रेम के माध्यम से ही जाना जा सकता है.’
* ‘उसी की पूजा करो जो सभी भ्रम से परे है.’
* ‘वह जो सभी मनुष्यों को समान मानता समझता है, यही धार्मिक है.’
‘बैसाखी पर्व पर बहुत बहुत बधाइयां.’