National Family Day 2024: राष्ट्रीय परिवार दिवस की शुरुआत कैसे हुई? जानें इसका इतिहास एवं महत्व!
प्रत्येक वर्ष सितंबर माह के चौथे सोमवार को राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष 23 सितंबर 2024 को राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाएगा. आइये जानते हैं इस संदर्भ में महत्वपूर्ण एवं तथ्यपरक बातें
National Family Day 2024: परिवार हमारे जीवन की मूल इकाई है, जिस पर हम अपना जीवन आधारित करते हैं. हम माता-पिता, दादा-दादी से पैदा हुए हैं, उनसे प्यार, सुरक्षा, संरक्षा और स्नेह प्राप्त करते हैं. हम जिस परिवार में पैदा हुए, वहां हमें जीवन के मूल्यों एवं आगे बढ़ने हेतु आवश्यक कौशल और विश्वास सिखाए जाते हैं, जिसके बाद हम बेहतर इंसान बनते हैं.
सलाह, सहायता अथवा शिकवा-शिकायत के लिए हम उन्हीं के पास जाते हैं. परिवार के इन महत्वों को देखते हुए और देश-समाज में विशेष दर्जा के लिए प्रत्येक वर्ष सितंबर माह के चौथे सोमवार को राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष 23 सितंबर 2024 को राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाएगा. आइये जानते हैं इस संदर्भ में महत्वपूर्ण एवं तथ्यपरक बातें. ये भी पढ़े :International Day of Peace 2024: युद्ध नहीं शांति में ही देश का विकास है! जानें अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का महत्व, इतिहास एवं कुछ रोचक तथ्य!
कब और कैसे शुरू हुआ राष्ट्रीय परिवार दिवस?
साल 2001 में युवा होते किशोरों में मादक द्रव्यों (नशीली दवाओं) के सेवन से निपटने के लिए ‘व्यसन एवं मादक द्रव्य उपयोग राष्ट्रीय केंद्र’ (National Center on Addiction and Substance Used) ने राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाने की औपचारिक घोषणा की. इस संदर्भ में हुए शोध के रिपोर्ट कुछ चौंकाने वाले थे.
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिन परिवारों में सप्ताह में पाँच या उससे ज़्यादा बार एक साथ खाना खाया जाता है, उनके किशोरों और बच्चों में तम्बाकू, सिगरेट, शराब और अन्य नशीली दवाओं का सेवन नहीं के बराबर था. जिन परिवारों में सप्ताह में तीन बार या उससे कम बार साथ साथ खाना खाया जाता है, उनके बच्चों में सिगरेट पीने की संभावना चार गुना ज्यादा होती है. इसके साथ ही उन बच्चों का स्कूल या कॉलेज आदि में भी बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलता है. वे पौष्टिक भोजन भी करना पसंद करते हैं.
कैसे सेलिब्रेट करें राष्ट्रीय परिवार दिवस?
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में परिवार दिवस एक ऐसा पड़ाव है, जहां हम एक दूसरे के सुख-दुख, सोच, भविष्य की योजनाएं शेयर करने हेतु एकत्रित होते हैं. हमें एकजुट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसका सेलिब्रेशन हम कुछ इस अंदाज में कर सकते हैं.
* हम हिल स्टेशन, समुद्र तट जैसी जगहों पर पिकनिक का प्लान बना सकते हैं.
* सपरिवार सिनेमा, डिनर आदि के लिए जा सकते हैं. जहां सपरिवार एंजॉय करे.
* कहीं दूरदराज जाने का समय नहीं है तो हमें किसी एकांत एवं मनोरम स्थल पर पिकनिक के लिए जाना चाहिए. वहां विभिन्न खेलों का आयोजन करें.
* अगर बाहर नहीं जा सकते, तो घर पर शानदार भोजन और इंडोर गेम, अंताक्षरी आदि खेलना चाहिए.
* किसी वृद्धाश्रम जाकर वहां के बुजुर्गों को खाना एवं वस्त्र, चप्पल-जूते की मदद कर सकते हैं. इससे खुद को सुकून एवं शांति मिलती है.