World Obesity Day 2019: मोटापा है कई बीमारियों की जड़, इस बीमारी के प्रति जागरूकता लाने का दिन है वर्ल्ड ओबेसिटी डे
विश्व मोटापा दिवस 2019 (Photo Credits: MaxPixel)

World Obesity Day 2019: ओबेसिटी यानी मोटापा (Obesity) कई बीमारियों की जड़ है, बावजूद इसके अधिकांश लोग मोटापे को बीमारी नहीं मानते हैं. यहां तक कि अगर कोई उनके मोटापे को लेकर कोई टिप्पणी कर दें तो भी उन्हें बर्दाश्त नहीं होता है. मोटापे से पीड़ित व्यक्ति भले ही इसे गंभीर समस्या न मानता हो, लेकिन मोटापा और उसके जोखिम के प्रति जागरूकता लाने के लिए हर साल दुनिया भर में 11 अक्टूबर को वर्ल्ड ओबेसिटी डे यानी विश्व मोटापा दिवस (World Obesity Day) मनाया जाता है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मोटापे के कारण करीब 2.8 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है, इसलिए इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने, इलाज और रोकथाम से जुड़ी जानकारियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है.

दरअसल, मोटापे को हराने के लिए अकेले लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है, लेकिन समाज और दुनिया भर के लोगों के समर्थन की मदद से इस समस्या को दूर किया जा सकता है. इस दिन मोटापे से होनेवाली समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है, ताकि कई बीमारियों को न्योता देने वाले मोटापे को जड़ से खत्म किया जा सके.

विश्व मोटापा दिवस का इतिहास

विश्व मोटापा दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है. विश्व मोटापा फेडरेशन द्वारा साल 2015 में पहली बार विश्व मोटापा दिवस मनाया गया था. इसके बाद से हर साल इस दिवस को मनाया जाने लगा.

साल 2019 का विषय

हर साल विश्व मोटापा दिवस को एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है. साल 2016 में इसका थीम था 'बचपन का मोटापा' (Childhood Obesity). इसके बाद साल 2017 में इस दिवस का थीम 'अब मोटापे का इलाज करें और बाद के बुरे नतीजों से बचें' (Treat Obesity Now and Avoid the Consequences Later) रखा गया था. साल 2018 में 'मोटापा रूपी कलंक को मिटाएं' (End Weight Stigma) थीम के साथ इस दिवस को सेलिब्रेट किया गया था. विश्व मोटापा दिवस मोटापा और इससे होनेवाले दुष्परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करता है और इससे निजात पाने में भी सहायता प्रदान करता है. यह भी पढ़ें: मोटापा बढ़ाती है खाने की ये चीजें, इनसे दूर रहने में ही है आपकी भलाई

इस दिवस का महत्व

विश्व मोटापा दिवस को मोटापे और इससे होनेवाली बीमारियों से लड़ने के लिए मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य मोटे लोगों के साथ हो रहे भेदभाव को समाप्त करना भी है. यह दिवस मोटे लोगों को सामान्य व्यक्तियों की तरह समान अवसर प्रदान करने के लिए भी प्रेरित करता है. इस दिन लोग अपने मोटे दोस्तों और परिवार के सदस्यों को इससे निपटने के लिए प्रेरित कर सकें, इसके लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, साल 2025 तक 2.7 बिलियन वयस्क मोटापे से पीड़ित होंगे और इसे रोकने के लिए बचपन के मोटापे को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. इस दिन लोगों को एक्सरसाइज करने और हेल्दी डायट लेने की सलाह दी जाती है.