सूर्योदय से पहले उठने के फायदे अगर आप जान लेंगे तो कभी देर तक नही सोएंगे, बड़ी बीमारियां आपसे रहेगी दूर
आज की तेज रफ़्तार जिंदगी ने हमारी पूरी लाइफ स्टाइल बदल कर रख दिया है. इसका सबसे ज्यादा असर हमारी सेहत पर पड़ रहा है. डेली रूटीन की परम्परा में हमने सबसे ज्यादा खोया है सुबह-सवेरे उठने की प्रवृत्ति को. काम-काज की अनियमितता के कारण हम रात में सही समय पर सो नहीं पाते हैं, जिसकी वजह से सुबह-सवेरे मुश्किल होता है.
आज की तेज रफ़्तार जिंदगी ने हमारी पूरी लाइफ स्टाइल बदल कर रख दिया है. इसका सबसे ज्यादा असर हमारी सेहत पर पड़ रहा है. डेली रूटीन की परम्परा में हमने सबसे ज्यादा खोया है सुबह-सवेरे उठने की प्रवृत्ति को. काम-काज की अनियमितता के कारण हम रात में सही समय पर सो नहीं पाते हैं, जिसकी वजह से सुबह-सवेरे मुश्किल होता है. क्या आप जानते हैं कि सुबह सूर्योदय के साथ उठने से हम दिल, दिमाग, शरीर और आत्मा से तरोताजा रहते हैं, और हमारा इम्यून सिस्टम भी मजबूत रहता है! यह भी पढ़े:विटामिन बी12 क्या है और यह आपके स्वास्थ्य के लिए कितना महत्वपूर्ण है? जानें इसके बारे सबकुछ
अच्छी सेहत के लिए अंग्रेजी में एक कहावत भी है कि 'अर्ली टु बेड ऐंड अर्ली टु राइज' लेकिन आजकल की व्यस्त लाइफस्टाइल के कारण लोग इस रुटीन को फॉलो नहीं कर पा रहे हैं. देर से सोना और देर से उठना स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल सही नहीं है. सूर्योदय से पहले उठने से बॉडी, माइंड और स्पिरिट के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हमारे मस्तिष्क और सम्पूर्ण शरीर में रक्त संचार सुचारु और पॉजिटिव रहता है. जबकि सूर्योदय के पश्चात देर से उठना नेगेटिव ब्लड सर्कुलेशन का कारण बनता है. ज्यों-ज्यों सूरज निखरता जाता है, रक्त संचार धीमा होता जाता है, जिससे रात में सोते समय गहरी नींद नहीं आती और बुरे सपने भी आते रहते हैं. इससे इम्यून सिस्टम कमजोर रहता है.
सूर्योदय से पूर्व उठने के लाभ!
सूर्योदय से पहले उठने से शरीर और दिमाग फ्रेश रहता है. समय पर शौच समय पर होता है, जिसके कारण कब्ज व अपच की समस्या नहीं होती. पूरा दिन अच्छा गुजरता है. आपका मूड फ्रेश रहता है, क्योंकि आपके पास पूरे दिन का टाइम शेड्यूल बनाने और उसे फालो करते रहने का पूरा वक्त रहता है, इससे आपकी कार्य क्षमता बढ़ती है. याददाश्त तेज और सक्रिय होती है.
प्रातःकाल उठकर सर्वप्रथम ये करें
प्रातःकाल उठकर एक गिलास गुनगुना पानी पीयें. नित्य क्रिया निवृत्त होने के पश्चात करीबी पार्क आदि जगहों पर सूर्य की ताजी किरणों में आधा घंटा वॉक करें. इससे आपको फ्रेश ऑक्सीजन के साथ विटामिन- D प्रचुर मात्रा में मिलेगी. इसके बाद सूर्य नमस्कार एवं अन्य पसंदीदा योगासन करें. सुबह खुली हवा में खाली पेट योग करने से रक्त संचार और पाचन सुचारु रहता है. हिन्दू धर्म शास्त्रों में सुबह जागने का सबसे सही समय साढ़े तीन से चार बजे के बीच होता है. इसे ब्रह्म मुहूर्त या अमृत वेला भी कहते हैं. मेडिटेशन के लिए भी यह सही वक्त रहता है. हिन्दू धर्म में यह समय पूज के लिए श्रेष्ठ होता है. क्या हो सोने का समय यूं तो रात्रि 10 बजे तक सो जाना चाहिए, लेकिन बदले हुए परिवेश में लेट टू लेट 11 बजे अवश्य सो जाना चाहिए. एक बालिग व्यक्ति के लिए कम से कम 7 घंटे की नींद जरूरी होती है. सुबह सवेरे उगते हुए सूर्य की ओर एकटक देखने से आँखों की रोशनी अच्छी रहती है. कम उम्र से ऐसा करें तो पूरी जिंदगी चश्मे की जरूरत नहीं पड़ती.