Friday Laxmi Poojan: दुःख एवं दरिद्रता से बचना है तो शुक्रवार के दिन ये कार्य ना करें!
लक्ष्मी पूजन 2020 (Photo Credits: File Image)

शुक्रवार माँ लक्ष्मी पूजन : सनातन धर्म में शुक्रवार का दिन माँ लक्ष्मी को समर्पित बताया गया है, जिन्हें धन, ऐश्वर्य और समृद्धि का प्रतीक मानकर पूजा जाता है. इस दिन हर कोई माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ तथा अन्य धार्मिक कर्मकाण्ड एवं टोटके इत्यादि करता है, जिससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर उसे धन और ऐश्वर्य प्रदान करती हैं. लेकिन इसके विपरीत कुछ कार्य करने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं, और उनके रुष्ठ होने का मतलब हैं व्यक्ति पर दुखों और दरिद्रता का पहाड़ टूट पड़ना. उसके पूरे होते कार्यों में विघ्न उत्पन्न होता है. ज्योतिषि पंडित विनोद भारद्वाज ऐसे कुछ कार्य यहां बता रहे हैं, जिसे हमें शुक्रवार के दिन भूल कर भी नहीं करना चाहिए.

* वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा के अधिष्ठित देवता कुबेर और माता लक्ष्मी हैं जो धन और समृद्धि के प्रतीक हैं. इस स्थान को मातृ स्थान भी कहते हैं. इस स्थान पर कूड़ा-करकट, भंगार, रद्दी सामान इत्यादि नहीं रखना चाहिए, ऐसा करने से मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर नाराज हो सकते हैं.

* हिंदू धर्म में स्त्री को लक्ष्मी का रूप माना जाता है. इसलिए शुक्रवार के दिन किसी महिला को ना ही कोई अपशब्द कहना चाहिए ना ही अपमान करना चाहिए. इस दिन किन्नरों को भी परेशान नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से माँ लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं.

* शुक्रवार के दिन घर में मांस-मछली न बनाना चाहिए ना ही खाना चाहिए. ऐसा करने से भी माता लक्ष्मी के प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है. बेहतर होगा कि प्रत्येक शुक्रवार को घर में खीर अथवा हलवा बनाकर चढ़ायें, ऐसा करने से लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. यह भी पढ़ें : Kamada Ekadashi 2021: आज है कामदा एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, भगवान विष्णु की पूजा विधि, मंत्र और महत्व

* शुक्रवार के दिन किसी को भी उधार में चीनी नहीं देना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र में उल्लेखित है कि चीनी का संबंध शुक्र ग्रह से होता है. शुक्र को भौतिक सुख और समृद्धि का स्वामी माना जाता है. इसलिए उधार चीनी देने से शुक्र पक्ष कमजोर पड़ता है, जिससे घर में दरिद्रता आती है.

* बहुत कम लोगों को पता है कि माता लक्ष्मी का वास वास्तव में रसोईघर में होता है, जिसकी वजह से उन्हें अन्नपूर्णा भी कहा जाता है. शुक्रवार के दिन रसोई घर एकदम साफ सुथरी और खुशबू से भरी होनी चाहिए. शुक्रवार की रात घर के सिंक में जूठे बर्तन रखने से माँ लक्ष्मी का अपमान होता है, इसलिए सोने से पूर्व बर्तन साफ करके रखना चाहिए.

* शुक्रवार के दिन किसी को भी उधार देने से बचना चाहिए. क्योंकि इस दिन दिया गया उधार पैसे वापस नहीं मिलते. अगर आप किसी को शुक्रवार के दिन उधार देते हैं, तो जाने-अनजाने में माँ लक्ष्मी का अपमान ही करते हैं. इसलिए शुक्रवार को ना ही किसी को उधार दें और ना ही किसी से उधार लें.

* अगर माता लक्ष्मी की आप पर विशेष कृपा बरस रही है, तो आप शुक्रवार के दिन किसी के भी प्रति घमण्ड अथवा अहंकार नहीं दिखायें. अहंकार करने वालों पर माता लक्ष्मी की कुदृष्टि होती है. इसलिए शुक्रवार के दिन ऐसे कोई भी कार्य करने से बचें, जिसमें अहंकार अथवा घमण्ड के भाव हों.

* गरुड़ पुराण में माता लक्ष्मी को श्रीहरि की अर्धागिंनी बताया गया है. इसलिए शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करते समय श्रीहरि की भी पूजा अवश्य करनी चाहिए. इससे दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.