Happy World Idli Day 2024 Wishes in Hindi: इडली (Idli) का नाम सुनते ही अधिकांश लोगों के मुंह में पानी आ जाता है. सेहत और स्वाद से भरपूर इडली भले ही दक्षिण भारत (South India) के मुख्य भोजन के तौर पर जानी जाती है, लेकिन इसे देश के विभिन्न हिस्सों में लोग बड़े ही चाव से खाना पसंद करते हैं. इडली को लेकर लोगों की दीवागनी कुछ ऐसी है कि लोग इसे नाश्ते के अलावा लंच और डिनर में भी खाना पसंद करते हैं. दक्षिण भारत का यह खास व्यंजन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोगों की पसंद बन चुका है, इसलिए हर साल 30 मार्च को दुनियाभर में विश्व इडली दिवस यानी वर्ल्ड इडली डे (World Idli Day) मनाया जाता है. बताया जाता है कि साल 2015 में चेन्नई के मशहूर रेस्त्रां चेन मल्लीपू इडली के मालिक और कैटरर इनियावन ने इस दिवस की शुरुआत की थी.
वर्ल्ड इडली डे को मनाने के लिए इनियावन ने करीब 1,328 वेराइटी की इडली बनाई और 44 किलो का इडली केक तैयार कर एक ब्यूरोकेट से कटवाया. इस तरह से 30 मार्च को विश्व इडली दिवस मनाए जाने की डील पक्की हुई, तब से हर साल इस दिन को विश्व इडली दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है. ऐसे में आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस के जरिए वर्ल्ड इडली डे की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
2- इडली एक ऐसी डिश है जो कभी बोरिंग नहीं हो सकती.
विश्व इडली दिवस की शुभकामनाएं
3- नारियल की चटनी और सांभर, इडली को एक उत्तम भोजन बनाते हैं, जिसे हम कभी छोड़ना नहीं चाहेंगे.
विश्व इडली दिवस की शुभकामनाएं
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4- इडली स्वास्थ्यप्रद और स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसका आनंद दिन के किसी भी समय लिया जा सकता है.
विश्व इडली दिवस की शुभकामनाएं
5- इडली सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला दक्षिण भारतीय व्यंजन है.
विश्व इडली दिवस की शुभकामनाएं
वैसे तो जब भी हम इडली की बात करते हैं, सबसे पहले चेन्नई शहर का नाम जहन में आता है, लेकिन फूड इतिहासकारों की मानें तो इडली का रियल कनेक्शन इंडोनेशिया से है, जहां फरमेंटेड फूड का इतिहास पुराना है, जबकि भारत में इडली का आगमन 800 से 1200 ईसा पूर्व माना जाता है. वहीं इडली शब्द को लेकर कहा जाता है कि यह 'इडलीग' शब्द से अस्तित्व में आया, जिसका जिक्र कन्नड़ साहित्य में मिलता है. शिव कोट आचार्य रचित एक कन्नड़ लेख से जानकारी मिलती है कि सन 1139 के आसपास कन्नड़ के राजा और विद्वान सोमेश्वर तृतीय के राज में इसे बनाया गया था. लेख से पता चलता है कि उस दौरान सिर्फ उड़द की दाल को फरमेंट करके इस लजीज आहार को बनाया जाता था.