Tripur Sundari Jayanti 2022 Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को त्रिपुर सुंदरी जयंती (Tripur Sundari Jayanti) मनाई जाती है, जो इस साल 7 दिसंबर 2022 को मनाई जा रही है. इसे त्रिपुर भैरवी जयंती (Tripur Bhairavi Jayanti) के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन मां त्रिपुर सुंदरी (Maa Tripur Sundari) की विधि-विधान से पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखकर मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा करने से व्यक्ति को भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है. दस महाविद्याओं में शुमार मां त्रिपुर सुंदरी को माता पार्वती का तांत्रिक स्वरूप माना जाता है. मां के इस स्वरूप को महात्रिपुर सुंदरी, लीलामती, ललिताम्बिका, लीलेशी, षोडशी, ललिता, लीलावती, लीलेश्वरी, ललितागौरी और राजराजेश्वरी जैसे विभिन्न नामों से भी जाना जाता है.
माता त्रिपुर सुंदरी मां पार्वती का तांत्रिक स्वरूप है, इसलिए तंत्र-मंत्र की सिद्धि के लिए उनका पूजन निशिथ काल में किया जाता है. इस दिन निशिथ काल पूजा का मुहूर्त रात 12.11 बजे से देर रात 01.04 बजे तक है. त्रिपुर सुंदरी जयंती पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स के जरिए अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- माता तेरे चरणों में,
भेंट हम चढ़ाते हैं,
कभी नारियल तो,
कभी फूल चढ़ाते हैं,
और झोलियां भर-भर के,
तेरे दर से लाते हैं...
त्रिपुर सुंदरी जयंती की शुभकामनाएं
2- सजा है दरबार, एक ज्योति जगमगाई है,
सुना है त्रिपुर सुंदरी जयंती का पर्व आया है,
वो देखो मंदिर में मेरी माता मुस्कराई हैं...
त्रिपुर सुंदरी जयंती की शुभकामनाएं
3- हे मां! तुमसे विश्वास ना उठने देना,
तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं,
चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा घना पाऊं,
बन के रोशनी तुम राह दिखा देना.
त्रिपुर सुंदरी जयंती की शुभकामनाएं
4- माता रानी ये वरदान देना,
बस थोड़ा सा प्यार देना,
आपकी चरणों में बीते जीवन सारा,
बस ऐसा आशीर्वाद देना...
त्रिपुर सुंदरी जयंती की शुभकामनाएं
5- हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई,
भक्तों के बीच देखों त्रिपुर सुंदरी आ गईं,
होगी अब मन की हर मुराद पूरी,
हरने सारे दुख माता रानी आ गईं.
त्रिपुर सुंदरी जयंती की शुभकामनाएं
बहरहाल, दस महाविद्याओं में से एक मां त्रिपुर सुंदरी को लेकर कहा जाता है कि उनका यह स्वरूप सभी प्रकार के सुख और भोग देने वाला है. मां त्रिपुर सुंदरी की उपासना से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव से मोक्ष और गर्भवास तथा मृत्यु के असहनीय दर्द से मनुष्य की मुक्ति का उपाय पूछा, तब भगवान शिव ने 10 महाविद्याओं में त्रिपुर सुंदरी को प्रकट किया था.