Telugu Hanuman Jayanti 2022 Greetings: तेलुगु हनुमान जयंती की इन WhatsApp Wishes, Messages, Images, Wallpapers के जरिए दें शुभकामनाएं
तेलुगु हनुमान जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

Telugu Hanuman Jayanti 2022 Greetings: हनुमान जयंती का पावन त्योहार विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग तिथियों पर मनाया जाता है. आज यानी 25 मई 2022 को दक्षिण भारतीय राज्यों में तेलुगु हनुमान जयंती (Telugu Hanuman Jayanthi) मनाई जा रही है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीराम (Bhagwan Ram) के परम भक्त  हनुमान जी (Lord Hanuman) को चिरंजीवी होने का वरदान प्राप्त है. माना जाता है कि वे आज भी जीवित हैं और अपने भक्तों की पुकार पर उनके सारे संकटों को दूर करते हैं. आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और तेलंगाना (Telangana) में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के इस पावन पर्व को तेलुगु हनुमान जयंती (Telugu Hanuman Jayanthi) कहा जाता है. दरअसल, तेलुगु पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को तेलुगु हनुमान जयंती मनाई जाती है. इसे चैत्र पूर्णिमा से शुरू होने वाले 41 दिवसीय हनुमान दीक्षा यानी अंजनि माला के समापन का प्रतीक माना जाता है.

तेलुगु हनुमान जयंती पर तेलुगु समाज के लोग भगवान हनुमान की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. इस पर्व से जुड़ी मान्यता है कि इसी दिन हनुमान जी अपने आराध्य भगवान श्रीराम से मिले थे. ऐसे में इस खास अवसर पर शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है. इस अवसर पर आप भी इन ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप विशेज, मैसेजेस, इमेजेस और वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- तेलुगु हनुमान जयंती

तेलुगु हनुमान जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

2- तेलुगु हनुमान जयंती

तेलुगु हनुमान जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

3- तेलुगु हनुमान जयंती

तेलुगु हनुमान जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

4- तेलुगु हनुमान जयंती

तेलुगु हनुमान जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

5- तेलुगु हनुमान जयंती

तेलुगु हनुमान जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

भगवान हनुमान को रामायण का महाकाव्य नायक माना जाता है, उन्हें बजरंगबली और पवनपुत्र के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भक्त जल्दी स्नान करते हैं और हनुमान मंदिरों में दर्शन के लिए जाते हैं. इस दिन हनुमान मंदिरों में उत्सव सूर्योदय से पहले शुरू होता है और सूर्यास्त के बाद भी जारी रहता है. इस दिन बजरंगबली के भक्त सिंदूर या लाल वस्त्र अर्पित करते हैं. इसके साथ ही हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक, सुंदरकांड और बजरंगबाण का पाठ करते हैं.