Surya Grahan 2019: 2 जुलाई को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण, भारत में नहीं आएगा नजर, फिर भी गर्भवती महिलाएं रहें सावधान
सूर्य ग्रहण 2019 (Photo Credits: Pixabay)

Surya Grahan 2019: साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 जुलाई से लग रहा है. खगोल विशेषज्ञों का मानना है कि यह सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) भी भारत में दिखाई नहीं देगा. इस सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) की रेंज में चिली और अर्जेंटीना विशेष रूप से रहेगा. इसके अलावा ग्रहण शाम के समय पैसिफिक और दक्षिण अमेरिका, इक्वाडोर और ब्राजील समेत, उरुग्वे में भी नजर आएगा. भारतीय समयानुसार यह पूर्ण सूर्य ग्रहण रात्रि में 11 बजकर 31 मिनट से शुरु होकर 2 बजकर 15 मिनट तक यानी मध्यरात्रि तक रहेगा.

भारत में सूतक नहीं लगेगा

सन 2019 को दूसरा सूर्यग्रहण 2 जुलाई को पड़ रहा है. यह सूर्यग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, लेकिन यह सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगe, क्योंकि भारत के समय अनुसार यह रात में 11.31 से शुरु होकर 2.15 बजे मध्यरात्रि तक रहेगा. नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस के अनुसार 2 जुलाई को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण लगभग 4 घंटे तक रहेगा. भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखने के कारण यहां सूतक भी नहीं लगेगा.

ज्योतिषियों का मानना है कि जब भी सूर्य या चंद्र ग्रहण लगता है, तो 12 अलग-अलग राशियों पर विभिन्न प्रभाव भी पड़ते हैं. किसी पर अच्छा तो किसी पर बुरा असर भी पड़ता है. इस संदर्भ में ज्योतिषियों से राय मशविरा कर ग्रहण से पड़ने वाले बुरे फलों से बचने के लिए यथोचित दान-पुण्य करना श्रेयस्कर होता है. दान ऐसी ही वस्तुओं का करें, जिसका गरीब सही इस्तेमाल कर सके.

क्या करें?

ज्योतिषों एवं पुरोहितों के अनुसार, ग्रहण के दौरान घर पर शांति पूर्वक ‘ओम् नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करना चाहिए. इसके अलावा सूर्य ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए ग्रहण के दौरान घर के मंदिर के पास बैठकर लक्ष्मी नारायण का भजन-कीर्तन करना चाहिए. अगर ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए राशि के अनुरूप दान-पुण्य करने में कोई अड़चन अथवा दुविधा है तो बेहतर होगा कि सूर्य ग्रहण का समय खत्म होने के बाद स्नान-ध्यान करके अपने वजन के बराबर एक अथवा सात किस्म के अनाज गरीब और जरूरतमंदों को दान करना चाहिए. बहुत से लोग गरीबों को भोजन खिलाकर दान देते हैं. यह भी पढ़ें: इस दिन लगेगा 2019 का पहला सूर्य ग्रहण, आपकी राशि पर भी पड़ेगा ये प्रभाव

गर्भवती महिलाएं रहें सावधान

हिंदू ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस सूर्य ग्रहण के दौरान मिथुन राशि में राहु के आद्र नक्षत्र लग्न में लग रहे हैं. वहीं शास्त्रों के अनुरूप ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं की कुंडली में ग्रहों की दिशा बदल सकती हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य और होने वाले बच्चे पर असर पड़ सकता है. इसलिए भले ही भारत में ग्रहण का सूतक न लग रहा हो, फिर भी गर्भवती महिलाओं पर उनकी कुंडली और ग्रहों के अनुसार फर्क पड़ सकता है. इसलिए उन्हें विशेष ध्यान और सजगता से काम लेना होगा.

साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को

प्राप्त सूचना के अनुसार इस वर्ष का तीसरा यानी अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगेगा. यह ग्रहण भारत में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देगा. इस सूर्य ग्रहण का समय प्रातः 8 बजकर 17 मिनट से 10 बजकर 57 मिनट तक रहने की खबर है.