Shani Jayanti 2024 Messages in Hindi: आज (06 जून 2024) देशभर में कर्मफलदाता शनिदेव जी की जयंती (Shani Jayanti) मनाई जा रही है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है, जिसे शनैश्चर जयंती भी कहा जाता है. नौ ग्रहों में दंडनायक कहे जाने वाले शनिदेव के जन्मोत्सव के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर शनिदेव का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए, फिर एक चौकी पर काले रंग का कपड़ा बिछाकर उनकी प्रतिमा स्थापित करते हुए उन्हें पंचगव्य व पंचामृत से स्नान कराना चाहिए. इसके बाद नीले फूल, काले तिल, काली उड़द, श्रीफल अर्पित करते हुए धूप-दीप प्रज्जवलित करना चाहिए. पूजन के दौरान शनिदेव के मंत्रों का जप और शनि चालीसा का पाठ करना विशेष फलदायी होता है. इस दिन शनि मंदिर में जाकर उन्हें तेल अर्पित करने और पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक प्रज्जवलित करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है.
शनि जयंती के पर्व को देशभर के शनि मंदिरों में भक्तिभाव के साथ मनाया जाता है. इस दिन शनि मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, साथ ही शनिदोष से मुक्ति पाने और नाराज शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, इस दिन लोग शनि जयंती की शुभकामनाएं भी देते हैं. ऐसे में आप भी इन भक्तिमय मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स और एचडी इमेजेस के जरिए हैप्पी शनि जयंती कह सकते हैं.
नहीं डूबती उनकी नैय्या, जो होते हैं शरण तिहारी...
तो शनि देव किसी काम में नहीं डालेंगे बाधा.
कृपा करो कृपानिधान, सभी का करो कल्याण.
करहुं कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज.
हैप्पी शनि जयंती
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्
ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए गए पूजा-पाठ और उपायों से शनिदेव अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न होते हैं, इसलिए भगवान सूर्य और माता छाया के पुत्र शनिदेव (Shanidev) की जयंती पर उन्हें प्रसन्न करने के लिए तमाम शनि मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. कहा जाता है कि जब शनिदेव किसी से कुपित हो जाते हैं तो उसे कठोर दंड प्रदान करते हैं और जब किसी पर उनकी कृपा दृष्टि पड़ जाती है तो रंक भी राजा बन जाता है, इसलिए उन्हें प्रसन्न करने के लिए इस दिन विशेष उपाय भी किए जाते हैं.