Shab-e-Barat 2020 Wishes & Images: शब-ए-बारात के पाक मौके पर प्रियजनों को भेजें ये प्यारे हिंदी WhatsApp Status, GIF Images, Facebook Greetings, HD Wallpapers और दें मुबारकबाद
शब-ए-बारात मुबारक (Photo Credits: File Image)

Shab-e-Barat 2020 Wishes & Images: इस्लाम धर्म में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है शब-ए-बारात (Shab-e-Barat), जिसे मध्य-शाबान और लैलात-उल-बारा (Laylat-ul-Barra) के नाम से भी जाना जाता है. इस्लाम धर्म में शब-ए-बारात को इबादत की रात माना जाता है, जिसे भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और ईरान समेत तमाम इस्लामी देशों में व्यापक तौर पर मनाया जाता है. मान्यता है कि इस रात सबकी किस्मत तय की जाती है और जो लोग इस रात अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं, अल्लाह उनके गुनाह माफ कर देते हैं. इस रात मुस्लिम समुदाय के लोग अपने पूर्वजों के लिए भी मांफी मांगते हैं जो इस दुनिया से रुखसत हो चुके हैं. शब-ए-बारात इस्लाम धर्म के पाक महीने रमजान (Ramadan) की शुरुआत होने से ठीक 15 दिन पहले मनाया जाता है.

शब-ए-बारात की पूरी रात कुरान की तिलावत और खुदा की इबादत का दौर चलता है. इसके साथ ही एक-दूसरे को लोग शब-ए-बारात की मुबारकबाद भी देते हैं. आप भी इस पाक मौके पर अपने प्रियजनों को इन प्यारे वॉट्सऐप स्टेटस, जीआईएफ इमेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, एचडी वॉलपेपर्स के जरिए शब-ए-बारात मुबारक (Shab-e-Barat Mubarak Wishes) कह सकते हैं.

1- शब-ए-बारात की शुभकामनाएं

शब-ए-बारात मुबारक (Photo Credits: File Image)

2- शब-ए-बारात की हार्दिक बधाई

शब-ए-बारात मुबारक (Photo Credits: File Image)

3- शब-ए-बारात मुबारक

शब-ए-बारात मुबारक (Photo Credits: File Image)

4- शब-ए-बारात की मुबारकबाद

शब-ए-बारात मुबारक (Photo Credits: File Image)

5- मुबारक हो आपको शब-ए-बारात

शब-ए-बारात मुबारक (Photo Credits: File Image)

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गौरतलब है कि हिजरी कैलेंडर के अनुसार शाबान (8वां माह) महीने के 14 तारीख को सूर्यास्त के बाद शब-ए-बारात का यह त्यौहार शुरू होता है, जो पूरी रात चलता है. इस्लाम धर्म को मानने वाले सभी मुसलमान इस रात अल्लाह की इबादत करते हैं. इस रात मुस्लिम दुआएं मांगते हैं और अपने गुनाहों की तौबा करते हैं. इस्लाम में इबादत के अनुसार पहले नंबर पर आशूरा की रात है, दूसरी शब-ए-मेराज, तीसरी शब-ए-बारात व चौथी शब-ए-कद्र होती है. इन रातों की इबादत काफी बेहतर माना जाता है.