Savitribai Phule Birth Anniversary 2022: आज देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती (Savitribai Phule Jayanti) मनाई जा रही है. सावित्रीबाई फुले (Savitribai Phule) ही वो महिला थीं, जिन्होंने महिलाओं के प्रति समाज में फैली कुरीतियों के बीच उनमें शिक्षा का अलख जगाया था. समाज की रूढ़िवादी परंपराओं की बेड़ियों को तोड़कर सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं को सामाजिक शोषण से मुक्त कराने और उनके लिए समान शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए पुरजोर कोशिश की थी. सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र स्थित सातारा के नायगांव में हुआ था. उन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने और उनके अधिकारों के लिए लड़ने में मुख्य भूमिका निभाई थी.
भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक सावित्रीबाई फुले की जयंती के इस खास अवसर पर लोगों ने सोशल मीडिया पर न सिर्फ उन्हें याद किया है, बल्कि उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की है.
सावित्रीबाई फुले जयंती
My homage to champion of women's rights, social reformer & educationist Smt Savitribai Phule Ji on her jayanti.
Regarded as the mother of Indian feminism, she along with Mahatma Phule Ji founded India's first school for girls in Pune. pic.twitter.com/6j4a44TBjS
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) January 3, 2022
सावित्रीबाई फुले को श्रद्धांजलि
We pay our sincere tribute to Savitribai Phule on her birth anniversary. A flag-bearer of feminism in India, she pioneered women's empowerment & education. Her fight against discrimination and dream for an egalitarian society is an inspiration for all of us even today. pic.twitter.com/rT6UEITSZm
— Congress (@INCIndia) January 3, 2022
देश की पहली महिला शिक्षिका
Savitribai Phule fought against child marriage, advocated for widow remarriage. She started an “infanticide prohibition home” to fight against the killings of unwanted infants who used to be killed or abandoned. #NationalTeachersDay3Jan pic.twitter.com/JG6KR5FDdM
— National Teachers Day (@TeachersDay3Jan) December 26, 2021
सावित्रीबाई फुले जयंती
Remembering India’s first female teacher, great social reformer and poet Krantijyoti Savitribai Phule ji on her birth anniversary🙏 pic.twitter.com/brVH89qBUl
— Naveen Jindal (@MPNaveenJindal) January 3, 2022
लोगों ने दी श्रद्धांजलि
My tributes to social reformer, poet and pioneer of women empowerment Smt. Savitribai Phule on her Janm Jayanti.
Contributions of her along with her husband Shri Jyotiba, for women's rights & education are unparalleled and continue to inspire generations.#SavitribaiPhule pic.twitter.com/9P1GTeAucd
— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) January 3, 2022
सावित्रीबाई फुले को पति महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ पुणे के भिड़े वाड़ा में लड़कियों के लिए भारत का पहला स्कूल शुरु करने का श्रेय दिया जाता है. कहा जाता है कि जब वो स्कूल में लड़कियों को पढ़ाने जाती थीं तो उन पर गोबर और पत्थर फेंके जाते थे, बावजूद इसके उन्होंने इन चीजों से प्रभावित हुए बिना ही लड़कियों को पढ़ाना जारी ऱखा. साल 1897 में पुणे में प्लेग महामारी फैलने के बाद मरीजों की सेवा करते-करते सावित्रीबाई खुद इस महामारी की चपेट में आ गईं, जिसके चलते 10 मार्च 1897 को उनका निधन हो गया.