Radha Ashtami Ki Shubhkamnaye: हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है, जबकि उसके पंद्रह दिन बाद भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी (Radha Ashtami) का त्योहार मनाया जाता है, जिसे राधाष्टमी (Radhashtami) के नाम से भी जाना जाता है. इस साल राधा अष्टमी 11 सितंबर 2024 को मनाई जा रही है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए, फिर पूजा स्थल पर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर कलश की स्थापना की जाती है और राधा रानी की प्रतिमा स्थापित की जाती है. इसके बाद उनकी षोडशोपचार विधि से पूजा की जाती है और पूजन के दौरान राधा रानी को फल, मिठाई और खीर का भोग अर्पित करना चाहिए. पूजन के बाद आखिर में राधा रानी और श्रीकृष्ण की आरती की जाती है, फिर प्रसाद सब में वितरित कर खुद भी ग्रहण किया जाता है.
राधा अष्टमी पर राधा रानी की विधि-विधान से पूजा की जाती है. कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से राधा रानी की उपासना करता है, उस पर राधा के साथ-साथ श्रीकृष्ण की कृपा होती है. इसके साथ ही उसे जीवन में सभी प्रकार के सुख-साधनों की प्राप्ति होती है. इस अवसर पर आप इन भक्तिमय विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए राधा अष्टमी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
ऐसी मान्यता है कि राधा रानी का जन्म श्रीकृष्ण (Shri Krishna) के साथ सृष्टि में प्रेम भाव को मजबूत करने के लिए हुआ था, जबकि कई लोगों का मानना है कि राधा एक भाव है, जिसकी प्राप्ति श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन होने से होती है. जो इंसान कान्हा के प्रेम में लीन होता है, उसे राधा के भाव की प्राप्ति होती है. जिस तरह से कृष्ण जन्माष्ट्मी का पर्व कान्हा की भक्ति में डूबने का महापर्व है, उसी तरह से राधा रानी का जन्मोत्सव भी भक्तों के लिए काफी महत्व रखता है.