Karnataka Rajyotsava 2024: 1 नवंबर का दिन कर्नाटक के लोगों के लिए गर्व और उत्सव का प्रतीक होता है, जिसे 'कन्नड़ राज्योत्सव' यानी कर्नाटक स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह वही दिन है जब 1956 में कर्नाटक राज्य का गठन हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस खास मौके पर कर्नाटकवासियों को शुभकामनाएं देते हुए राज्य की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की सराहना की.
कर्नाटक की विशेषताएं
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कर्नाटक को एक ऐसा राज्य बताया जो अद्वितीय संस्कृति और परंपराओं से समृद्ध है. उन्होंने कहा कि यह राज्य न केवल अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां के लोग अपनी प्रतिभा और नवाचारों से भी देश को गर्वित करते हैं. विज्ञान, तकनीक, कला और संस्कृति से लेकर स्टार्टअप्स तक, कर्नाटक हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है.
Kannada Rajyotsava is a very special occasion, recognising the exemplary culture and traditions of Karnataka. This state is blessed with outstanding people, who are powering growth and innovation across sectors. May the people of Karnataka always be blessed with happiness and…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2024
प्रधानमंत्री का संदेश
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “कन्नड़ राज्योत्सव एक बहुत ही खास अवसर है, जो कर्नाटक की उत्कृष्ट संस्कृति और परंपराओं को मान्यता देता है. यह राज्य अद्भुत लोगों से परिपूर्ण है, जो हर क्षेत्र में विकास और नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. मैं कामना करता हूं कि कर्नाटक के लोग हमेशा खुश और सफल रहें.”
ಕನ್ನಡ ರಾಜ್ಯೋತ್ಸವವು ಅತ್ಯಂತ ವಿಶೇಷವಾದ ಸಂದರ್ಭವಾಗಿದ್ದು, ಇದು ಕರ್ನಾಟಕದ ಅನುಕರಣೀಯ ಸಂಸ್ಕೃತಿ ಮತ್ತು ಸಂಪ್ರದಾಯಗಳನ್ನು ಗುರುತಿಸುತ್ತದೆ. ರಾಜ್ಯವು ಮಹಾನ್ ವ್ಯಕ್ತಿಗಳನ್ನು ಪಡೆದಿದ್ದು, ಅವರು ಎಲ್ಲಾ ಕ್ಷೇತ್ರಗಳಲ್ಲಿ ಅಭಿವೃದ್ಧಿ ಮತ್ತು ನಾವೀನ್ಯತೆಗೆ ಶಕ್ತಿ ತುಂಬುತ್ತಿದ್ದಾರೆ. ಕರ್ನಾಟಕದ ಜನರು ಸದಾ ಸಂತೋಷ ಮತ್ತು ಯಶಸ್ಸಿನಿಂದ…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2024
कर्नाटक की महान धरोहर
कर्नाटक को उसकी सांस्कृतिक धरोहर, जैसे विजयनगर साम्राज्य के खंडहर, बेलूर और हलेबिडु के ऐतिहासिक मंदिर, और मैसूर के भव्य महल के लिए जाना जाता है. इसके अलावा, बेंगलुरु, जिसे भारत की 'सिलिकॉन वैली' कहा जाता है, तकनीकी विकास और स्टार्टअप्स के मामले में विश्वभर में अपनी पहचान बना चुका है.
राज्योत्सव का महत्व
कन्नड़ राज्योत्सव केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि राज्य की एकता, गौरव और भाषा की पहचान का प्रतीक है. इस दिन को कर्नाटक के लोग पूरे उत्साह के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों, झांकियों और देशभक्ति गीतों के माध्यम से मनाते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश कर्नाटक की जनता के प्रति उनके सम्मान और राज्य की संस्कृति के प्रति उनके प्रेम को दर्शाता है. कर्नाटक राज्योत्सव के इस मौके पर राज्य की महान धरोहर, संस्कृति और विकास यात्रा का उत्सव मनाया जाना हम सभी के लिए प्रेरणादायक है. इस अवसर पर, हम सभी कर्नाटक के गौरवशाली इतिहास और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं.