National Energy Conservation Day 2019: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस क्यों मनाया जाता है, जानें इसका इतिहास, महत्व और उद्देश्य

ऊर्जा संरक्षण को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए हर व्यक्ति को इसके लिए कोशिश करनी चाहिए. ऊर्जा संरक्षण के महत्व और इसके प्रति जागरूकता लाने के मकसद से भारत में हर साल 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है.

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2019 (Photo Credits: Pixabay)

National Energy Conservation Day 2019: विश्व में तेजी से बढ़ती आबादी के साथ-साथ ऊर्जा की जरूरतें भी बढ़ रही हैं. इसी तरह अगर बिजली का अत्यधिक इस्तेमाल किया जाता रहा तो ऐसी स्थिति में भविष्य में उपयोग के लिए ऊर्जा संसाधनों का अभाव हो सकता है, इसलिए यह जरूरी है कि हम ऊर्जा का अनावश्यक उपयोग करने से बचें और कम से कम ऊर्जा का इस्तेमाल करके इसका संरक्षण करें. ऊर्जा संरक्षण को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए हर व्यक्ति को इसके लिए कोशिश करनी चाहिए. ऊर्जा संरक्षण (Energy Conservation) के महत्व और इसके प्रति जागरुकता लाने के मकसद से भारत में हर साल 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस (National Energy Conservation Day) मनाया जाता है.

दरअसल, भारत में ऊर्जा संरक्षण अधिनियम साल 2001 में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो यानी बीईई (BEE) द्वारा लागू किया गया था, जो भारत सरकार के अधीन एक संवैधानिक निकाय है. ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ऊर्जा के इस्तेमाल को कम करने की नीतियो और ऊर्जा संरक्षण की रणनीतिओ को बनाता है.

इस दिवस का महत्व और उद्देश्य

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस बिजली बचाने और उसके दुरुपयोग न करने की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करता है. इस दिवस को हर साल एक खास थीम के जरिए कुछ लक्ष्यों और उद्देश्यों को ध्यान में रखकर मनाया जाता है. यह दिवस बताता है कि जीवन के हर क्षेत्र में ऊर्जा का संरक्षण करना कितना जरूरी है. इसके साथ ही लोगों के बीच ऊर्जा संरक्षण के महत्व का संदेश देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है.

इस दिन ऊर्जा संरक्षण की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनमें ऊर्जा संरक्षण के विषय पर चर्चा की जाती है. इस दिन फिजूल में बिजली खर्च करने और इसके दुरुपयोग से होनेवाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरुक कर उन्हें कम ऊर्जा इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. यह भी पढ़ें: सस्‍ती और प्रदूषण-मुक्‍त एनर्जी के लिए भारत दुनिया के लिए बनेगा रोल मॉडल, मीडिया रिपोर्ट गलत

कैसे मनाया जाता है यह दिवस ?

देशभर में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण अभियान के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए सरकार और अन्य संगठनों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इस दिन लोगों के बीच ऊर्जा संरक्षण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं. कई जगहों पर ऊर्जा संरक्षण दिवस के मद्देनजर विभिन्न स्कूलों में चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं और उन प्रतियोगिताओं में जीतनेवाले छात्रों को 14 दिसंबर के दिन राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस कार्यक्रम में विद्युत मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया जाता है.

ऊर्जा संरक्षण है हमारी जिम्मेदारी

अधिकांश घरों में लोग बेवजह फिजूल में बिजली खर्च करते हैं, जिससे भविष्य में ऊर्जा आपूर्ति के लिए बड़ा संकट उभर सकता है. भविष्य में भी हम सुचारू रूप से ऊर्जा का इस्तेमाल कर सकें, इसलिए ऊर्जा संरक्षण करना हम सबकी जिम्मेदारी है. हर व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले पंखे, लाइट, हीटर या अन्य बिजली के उपकरणों का अनावश्यक इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. बिजली के तमाम उपकरणों का कम से कम उपयोग ऊर्जा संरक्षण अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है और भविष्य में उत्पन्न होने वाले ऊर्जा संकट को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है.

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