Narasimha Jayanti 2020 Wishes In Hindi: जगत के पालनहार भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के चौथे अवतार भगवान नृसिंह जयंती (Lord Narsimha Jayanti) हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है. इस साल भगवान नृसिंह जी (Lord Narsingh) की जयंती 6 मई 2020 (बुधवार) को मनाई जा रही है. पौराणिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यपु (Hiranyakashyapu) का वध करके अपने प्रिय भक्त प्रह्लाद (Prahlad) के प्राणों की रक्षा की थी. भगवान विष्णु के चौथे अवतार नृसिंह का स्वरूप आधा मनुष्य और आधा शेर का है. दक्षिण भारत में वैष्णव संप्रदाय के लोग विपत्ति के समय रक्षा करने वाले देवता के रूप में नृसिंह भगवान की पूजा करते हैं. मान्यता है कि उनका यह स्वरूप विपदा आने पर अपने भक्तों की रक्षा करता है.
नृसिंह जयंती का पर्व हिंदू धर्म में खास महत्व रखता है. इस दिन लोग विधि-विधान से भगवान नरसिंह की पूजा करते हैं. इसके साथ ही इस पावन अवसर पर एक-दूसरे को बधाई भी देते हैं. आप भी इन भक्तिमय वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस और वॉलपेपर्स के जरिए अपने सगे-संबंधियों और प्रियजनों को नृसिंह जयंती (Happy Narsimha Jayanti 2020 Wishes) की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- जो कुछ तेरे दिल में है,
सब उसको खबर है,
बंदे तेरे हल हाल पर,
भगवान नृसिंह की नजर हैं.
नृसिंह जयंती की शुभकामनाएं
2- भगनान नृसिंह का चिंतन सदा मन में रहे,
उनके चरणों में सदा मेरा ध्यान रहे,
चाहे जीवन में दुख आए या सुख रहे,
होंठों पर सदा भगवान नृसिंह का नाम रहे.
नृसिंह जयंती की शुभकामनाएं
3- नृसिंह से ही सृष्टि है, उनसे ही शक्ति है,
अति आनंद तो सिर्फ नृसिंह की भक्ति में है,
भक्तों के बिना कुछ कहे वो सब समझ जाते हैं,
बस उनके चरणों में शीश झुकाने जरूरत है.
नृसिंह जयंती की शुभकामनाएं
4- बैरागी बने तो छूटे जग,
संन्यासी बने तो छूटे तन,
नृसिंह से जो प्रेम हो जाए,
तो छूटे आत्मा के सब बंधन.
नृसिंह जयंती की शुभकामनाएं
5- जंगल में रहो या बस्ती में,
लहरों में रहो या कश्ती में,
भीड़ में रहो या अकेले में,
सदा मस्त रहो नृसिंह की भक्ति में.
नृसिंह जयंती की शुभकामनाएं
नृसिंह जंयती के शुभ अवसर पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करके पूजा स्थल पर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं. उस पर भगवान नरसिंह और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें. अब फल, फूल, पंचमेवा, कुमकुम, केसर, नारियल, अक्षत, पीतांबर, गंगाजल, धूप-दीप इत्यादि से विधिवत उनका पूजन करें. दरअसल, भगवान विष्णु की उपासना से व्यक्ति कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना सरलता से कर पाता है. उनकी भक्ति से शत्रुओं का नाश होता और सभी कार्यों में शुभ फलों की प्राप्ति होती है.