Narali Purnima 2020 Wishes & Images: नारियली पूर्णिमा की अपनों को दें बधाई, भेजें ये आकर्षक हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIFs, HD Photos और वॉलपेर्स
नारियली पूर्णिमा 2020 (Photo Credits: File Image)

Narali Purnima 2020 Wishes In Hindi: सावन मास की पूर्णिमा को सावन पूर्णिमा (Sawan Purnima), श्रावणी पूर्णिमा (Shravani Purnima) और नारियली पूर्णिमा (Narali Purnima) के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर दान-पुण्य करने का विशेष महत्व बताया जाता है. सावन पूर्णिमा के दिन ही देश में भाई-बहन के अटूट बंधन और स्नेह का पर्व रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) भी मनाया जाता है. सावन पूर्णिमा को पूरे देश में अलग-अलग धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मनाया जाता है. उत्तर भारत और देश के विभिन्न हिस्सों में जहां इस दिन रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है, तो वहीं दक्षिण भारत में इसे नारियली पूर्णिमा और अवनी अवित्तम के रूप में मनाया जाता है. मध्य भारत में इसे कजरी पूनम तो गुजरात में इसे पवित्रोपना के रूप में मनाया जाता है.

नारियली पूर्णिमा के इस विशेष अवसर पर आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रियजनों को शुभकामनाएं न दें, ऐसा कैसे हो सकता है. सावन पूर्णिमा के इस बेहद शुभ अवसर पर आप इन आकर्षक हिंदी वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ, एचडी फोटोज, इमेजेस, विशेज और वॉलपेपर्स को सोशल मीडिया के जरिए भेजकर अपनों को नारियली पूर्णिमा की बधाई दे सकते हैं.

1- नारियली पूर्णिमा

नारियली पूर्णिमा 2020 (Photo Credits: File Image)

2- नारियली पूर्णिमा

नारियली पूर्णिमा 2020 (Photo Credits: File Image)

3- नारियली पूर्णिमा

नारियली पूर्णिमा 2020 (Photo Credits: File Image)

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4- नारियली पूर्णिमा

नारियली पूर्णिमा 2020 (Photo Credits: File Image)

5- नारियली पूर्णिमा

नारियली पूर्णिमा 2020 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि सावन मास की पूर्णिमा के दिन यज्ञोपवीत पूजन और उपनयन संस्कार भी किए जाते हैं. इसके अलावा चंद्रदोष से मुक्ति का उपाय करने के लिए भी इस तिथि को अत्यंत शुभ माना जाता है. नारियली पूर्णिमा के दिन मछुआरे अपना काम शुरू करते हैं और अपनी नाव को समंदर में उतारने से पहले वरुण देव की पूजा-अर्चना करते हैं. समंदर में जाने से पहले मछुआरे उसमें नारियल अर्पित करते हैं, ताकि समुद्र में कोई बाधा न आए. इसके अतिरिक्त जल के देवता को प्रसन्न करने के लिए इस दिन मछुआरों के अलावा दूसरे लोग भी समुद्र में नारियल (Coconut) अर्पित करते हैं.