Mesh Sankranti 2025 Wishes: मेष संक्रांति की इन शानदार हिंदी WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images, Wallpapers के जरिए दें शुभकामनाएं
मेष संक्रांति 2025 (Photo Credits: File Image)

Mesh Sankranti 2025 Wishes in Hindi: मेष संक्रांति (Mesh Sankranti) को सौर नववर्ष (Solar New Year) की शुरुआत माना जाता है, जो आध्यात्मिक विकास, फसल के मौसम की शुरुआत और प्रकृति में परिवर्तन का प्रतीक है. इस महत्वपूर्ण हिंदू पर्व को देशभर में विभिन्न नामों और रीति-रिवाजों के हिसाब से हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन नौ ग्रहों के राजा सूर्य देव मेष राशि में प्रवेश करते हैं और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह दिन बहुत विशेष होता है, क्योंकि इस दिन से सौर वर्ष की शुरुआत होती है. मेष राशि सभी 12 राशियों में सबसे पहली राशि होती है, इसलिए इसे नवचक्र की शुरुआत माना जाता है. मेष राशि में सूर्य देव का प्रवेश ऊर्जा, शक्ति और नवीनता का प्रतीक है. इस साल मेष संक्रांति 14 अप्रैल 2025 को मनाई जा रही है.

मेष संक्रांति के पर्व को आध्यात्मिक विकास और आंतरिक परिवर्तन के लिए बेहद खास दिन माना जाता है. इस समय सूर्य की ऊर्जा चरम पर होती है, इसलिए इस समय को ध्यान, प्रार्थना, पूजा-पाठ, स्नान-दान के लिए काफी अच्छा माना जाता है. ऐसे में मेष संक्रांति के इस पावन अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स के जरिए अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- ‎मेष संक्रांति की शुभकामनाएं

मेष संक्रांति 2025 (Photo Credits: File Image)

2- मेष संक्रांति की हार्दिक बधाई

मेष संक्रांति 2025 (Photo Credits: File Image)

3- शुभ मेष संक्रांति

मेष संक्रांति 2025 (Photo Credits: File Image)

4- मेष संक्रांति 2025

मेष संक्रांति 2025 (Photo Credits: File Image)

5- हैप्पी मेष संक्रांति

मेष संक्रांति 2025 (Photo Credits: File Image)

मेष संक्रांति के पर्व को देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों और स्थानीय परंपराओं के साथ मनाया जाता है. तमिलनाडु में इसे पुथांडु, केरल में विशु, पंजाब में बैसाखी और ओडिशा में पना संक्रांति के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान का विशेष महत्व बताया जाता है. स्नान के बाद इस दिन तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, गुड़, रोली और अक्षत डालकर सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए. इस दिन सूर्य देव के मंत्रों का जप, सूर्य चालीसा और आदित्य ह्दय स्तोत्र का पाठ करना विशेष फलदायी माना जाता है.