Matru Suraksha Diwas 2021: प्रत्येक वर्ष 10 जुलाई के दिन मातृ सुरक्षा दिवस (Matru Suraksha Diwas) मनाया जाता है. यह दिन दुनिया भर की मांओं को समर्पित होता है, क्योंकि यह दिन मातृ स्वास्थ्य एवं कल्याण की बेहतरी के लिए होता है. साल 2005 से विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) द्वारा मनाया जा रहा यह दिन हर परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है.
प्रत्येक वर्ष 10 जुलाई को मातृ सुरक्षा दिवस मनाया जाता है. यह दिन दुनिया भर की माताओं को समर्पित होता है, क्योंकि इस दिन का संबंध हर माँ की सेहत, सुरक्षा और कल्याणकारी कार्यों से होता है. साल 2005 से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा इसे मनाया जा रहा है. इस दिवस विशेष का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान और गर्भावस्था के पश्चात माँ के स्वास्थ्य के संदर्भ में जागरूकता पैदा करना है.
गर्भवती की सेहत पर सुधार की जरूरत है
प्रिगनेंसी के दरम्यान माँएं स्वास्थ्य के सबसे बड़े जोखिम का अकेले सामना करती हैं. गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोपरांत अवधि के दौरान माँएं उच्च मृत्यु दर जैसी चुनौतियों का भी सामना करती हैं.
यद्यपि पिछले कुछ दशकों में इस दिशा में महत्वपूर्ण विकास हुए हैं, लेकिन अभी भी गर्भवती माँ के सेहत के प्रति सुधार की जरूरत है. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार साल 2017 में गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान एवं प्रसव के पश्चात लगभग दो लाख 95 हजार से अधिक महिलाओं ने अपनी जान गंवाई है. गांवों में ये आंकड़े और भी बदतर बताये जाते हैं.
10 जुलाई को ही मातृत्व सुरक्षा दिवस क्यों?
मातृ सुरक्षा दिवस सेलीब्रेट करने का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान बढ़ती मृत्यु दर पर नियंत्रण पाना और इस दिशा में महत्वपूर्ण उपायों पर ध्यान देना है., ताकि इन उपायों को शीघ्र से शीघ्र लागू किया जा सके. बहरहाल मातृ सुरक्षा दिवस 10 जुलाई को इसीलिए सेलीब्रेट किया जाता है क्योंकि अगले दिन यानी 11 जुलाई को हम विश्व जनसंख्या दिवस मनाते हैं. मातृ सुरक्षा दिवस यह दर्शाता है कि जनसंख्या वृद्धि का माँ की सेहत से सीधा संबंध होता है. इसलिए जनसंख्या पर अंकुश लगाना बहुत महत्वपूर्ण है. इससे माँ के सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. यह भी पढ़ें: Matru Suraksha Din 2021: आखिर 10 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है मातृ सुरक्षा दिवस, जानें इस दिन से जुड़ी जरूरी बातें
मातृत्व जोखिमपूर्ण क्यों होता है?
महिला रोग विशेषज्ञों के अनुसार गर्भवती महिलाओं में मृत्यु का मुख्य कारण रक्तचाप और ह्रदय संबंधी समस्याएं होती हैं. कभी-कभी शिशु के जन्म के दौरान अत्यधिक रक्त स्त्राव और कम अथवा ज्यादा होता ब्लड प्रेशर गर्भवती के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन जाता है, इसलिए बहुत जरूरी है कि गर्भवस्था के दौरान माँ की अच्छी से अच्छी देखभाल की जाये. अकसर ऐसे समय पर गर्भवती महिला की पर्याप्त देखभाल, उचित पोषक तत्व एवं चिकित्सक से नियमित जांच जरूरी होता है. इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही बरतने से गर्भवती महिला की आकस्मिक मृत्यु की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इसके अलावा दो संतान के बीच सुरक्षित अंतराल भी बहुत जरूरी है. इस दिवस विशेष पर आप अपनी माँ को उपयुक्त कोट्स अथवा मैसेज शेयर कर सकते हैं.
यहां ऐसे ही कुछ कोट्स एवं मैसेज सुरक्षित मातृत्व दिवस के संदर्भ में दिये जा रहे हैं, जिन्हें आप इस सुरक्षित मातृत्व दिवस पर अपनी माँ के साथ शेयर कर सकते हैं.
* मातृत्व सबसे बड़ी लेकिन सबसे कठिन चीज है. -रिकी लेक
* माँ का प्यार सब के लिए समान होता है. –वाशिंगटन इरविंग
* उसे इस बात का अहसास नहीं कि आपकी माँ का प्यार आप पर एक प्रभावशाली छाप छोड़ सकता है. –जे.के. राउलिंग
* हम बहुत प्यार से पैदा हुए हैं, और प्यार हमारे लिए माँ है –रूमी
मातृ सुरक्षा को समर्पित दिवस लोगों को सुरक्षित मातृत्व का जश्न मनाने के लिए प्रेरित करता है. इस अवसर पर हम सभी को शिशु मृत्युदर और मातृ मृत्युदर को भी कम करने का संकल्प लेना चाहिए.