Maghi Ganesh Jayanti 2023 Wishes in Hindi: भगवान गणेश (Lord Ganesha) को सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय माना जाता है, इसलिए किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद महीने की गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) से अनतं चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) तक दस दिवसीय गणेशोत्सव (Ganesh Utsav) का त्योहार देश में धूमधाम से मनाया जाता है. इसके अलावा हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी को माघी गणेश जयंती (Maghi Ganesh Jayanti) मनाई जाती है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. माघ मास की गणेश जयंती को तिलकुंद चतुर्थी और वरद चतुर्थी जैसे नामों से भी जाना जाता है. इस साल माघी गणेश जयंती का पर्व 25 जनवरी 2023 को मनाया जा रहा है.
माघ मास की माघी गणेश जयंती भक्तों के जीवन से तमाम संकटों का नाश करने वाली मानी जाती है. इस दिन गणपति बाप्पा का भक्तों के बीच आगमन होता है, इसलिए इसका जश्न मनाने के लिए भक्तिमय संदेश एक-दूसरे को भेजे जाते हैं. इस अवसर पर आप भी माघी गणेश जयंती के इन विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- जमीन पर आकाश झूम के बरसे,
आपके ऊपर अपनों का प्यार बरसे,
भगवान गणेश जी से बस यही प्रार्थना है,
आप खुशी के लिए नहीं, खुशी आप के लिए तरसे.
माघी गणेश जयंती की शुभकामनाएं
2- भगवान श्री गणेश की कृपा,
बनी रहे आप हर दम,
हर कार्य में सफलता मिले,
जीवन में न आए कोई गम.
माघी गणेश जयंती की शुभकामनाएं
3- सुख करता जय मोरया,
दुख हरता जय मोरया,
गणपति बप्पा मोरया,
मंगल मूर्ति मोरया.
माघी गणेश जयंती की शुभकामनाएं
4- मेरे लाडले मेरे गणपति प्यारे,
तुम शिव बाबा की आंखों के तारे,
मेरी आंखों में तेरी सुंदर मूरत,
किरणों जैसे चमके तेरी प्यारी सूरत.
माघी गणेश जयंती की शुभकामनाएं
5- गणपति का सर पर हाथ हो,
हमेशा उनका साथ हो,
खुशियों का हो बसेरा,
करे शुरुआत बप्पा के गुणगान से,
मंगल फिर हर काम हो.
माघी गणेश जयंती की शुभकामनाएं
माघी गणेश जयंती से जुड़ी प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को देवों के देव महादेव और माता पार्वती के पुत्र गणेश जी का जन्म हुआ था, इसलिए इसे उनके जन्मोत्सव के तौर पर इस उत्सव को मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखकर विधि-विधान से गणपति बाप्पा की पूजा करने से भक्तों के जीवन से सभी कष्ट दूर होते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है.