Magha Gupta Navratri 2024 Messages in Hindi: हिंदू धर्म में मां दुर्गा की उपासना का विशेष महत्व बताया जाता है और नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार, एक साल में चार नवरात्रि होती है, लेकिन शारदीय और चैत्र नवरात्रि को देशभर में व्यापक तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है. देवी भागवत पुराण में मां दुर्गा (Maa Durga) की पूजा के लिए इन चार नवरात्रियों का उल्लेख मिलता है. दरअसल, चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा माघ और आषाढ़ मास में भी नवरात्रि मनाई जाती है, जिसे गुप्त नवरात्रि के तौर पर जाना जाता है. आज (10 फरवरी 2024) से माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. माघ गुप्त नवरात्रि माघ शुक्ल प्रतिपदा से शुरु होती है और माघ शुक्ल नवमी को इसका समापन होता है.
आमतौर पर गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक क्रियाएं की जाती हैं और तांत्रिक सिद्धियों के लिए इस नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों के साथ दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है. तांत्रिकों और साधुओं के अलावा माता की कृपा प्राप्त करने के लिए गृहस्थ और आम लोग भी गुप्त नवरात्रि में पूजा-पाठ कर सकते हैं. इसके साथ ही इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स और फोटो एसएमएस के जरिए हैप्पी माघ गुप्त नवरात्रि भी कह सकते हैं.
1- दूर की सुनती हैं,
मां पास की सुनती हैं,
मां तो आखिर मां हैं,
मां तो हर मजबूर की सुनती हैं.
हैप्पी माघ गुप्त नवरात्रि
2- मां अंबे, मां जगदंबे,
मां भवानी, मां शीतला,
मां वैष्णो, मां चंडी,
माता रानी आपकी हर मनोकामना पूरी करें.
जय माता दी!
हैप्पी माघ गुप्त नवरात्रि
3- माता का पर्व आता है,
हजारों खुशियां लाता है,
इस बार मां आपको वो सब दें,
जो आपका दिल चाहता है.
जय माता दी!
हैप्पी माघ गुप्त नवरात्रि
4- मां भरती झोली खाली,
मां अंबे वैष्णो वाली,
मां संकट हरने वाली,
मां विपदा मिटाने वाली,
मां के सभी भक्तों को,
हैप्पी माघ गुप्त नवरात्रि
5- नव दीप जले,
नव फूल खिले,
नित नई बहार मिले,
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर,
आपको मां दुर्गा का आशीर्वाद मिले.
जय माता दी!
हैप्पी माघ गुप्त नवरात्रि
ऐसा कहा जाता है कि गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा और दस महाविद्याओं की पूजा को गुप्त रखना चाहिए, इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है. शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा बुराई का नाश करती हैं और अपने भक्तों को कल्याण करती हैं. गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों के अलावा दस महाविद्याओं की उपासना करने से जीवन में आ रही समस्याओं से निजात मिलती है और उनकी कृपा से भक्तों के सारे मनोरथ सिद्ध होते हैं. इसके साथ ही सिद्धियों की प्राप्ति भी होती है.