Jur Sital Wishes 2022: जुड़ शीतल (Jur Sital 2022 ) मैथिली नव वर्ष (Maithili New Year) का उत्सव है, जो मैथिली कैलेंडर के पहले दिन को चिह्नित करता है और पूरे मिथिला क्षेत्र और नेपाल में मनाया जाता है. जुड़ शीतल हर साल अप्रैल के दूसरे सप्ताह में पड़ता है और त्योहार की तारीख ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित है, इस साल जुड़ शीतल 14 अप्रैल 2022 को मनाया जाएगा. इस दिन, रसोई बंद कर दी जाती है क्योंकि इस दिन पूजा कि जाती है और चूल्हे कि सफाई की जाती है. जुड़ शीतल नाम का अनुवाद "जमा देने वाली ठंड" है. जो मैथिली नव वर्ष है. यह भी पढ़ें: Bohag Bihu 2022 Greetings: हैप्पी बोहाग बिहू! प्रियजनों को भेजें ये WhatsApp Wishes, Facebook Messages, GIF Images और HD Wallpapers
यह दिन फसल की देवी और भगवान के प्रति आभार प्रकट करने और भरपूर बारिश और अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करने के लिए मनाया जाता है. चूंकि चूल्हे को त्योहार के दिन आराम दिया जाता है और इसका उपयोग नहीं किया जाता है, इसलिए कुछ विशेष खाद्य पदार्थ हैं जो जुड़ शीतल के उत्सव के लिए एक दिन पहले ही तैयार किए जाते हैं. ऐसी ही एक डिश है बड़ी-कढ़ी या बड़ी भात जो जुड़ शीतल के दिन खाई जाती है. यह एक पारंपरिक कढ़ी है जो बिहार और मिथिला क्षेत्रों में प्रसिद्ध है. अगर आपका कोई प्रियजन मैथिली समुदाय से है तो आप उन्हें इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ और वॉलपेपर्स को भेजकर जुड़ शीतल यानी मैथिली नव वर्ष की हार्दिक बधाई दे सकते हैं और इस पर्व की खुशियां बांट सकते हैं.
1- गुलों की शाख से खुशबू चुरा के लाया है,
गगन के पांव से घुंघरू चुरा के लाया है,
थिरकते कदमों से आया है आज नया साल
जो की तुम्हारे वास्ते खुशियां चुरा के लाया है.
हैप्पी मैथिली न्यू ईयर
2- आपकी आंखों में सजे हैं जो भी सपने,
और दिल में छुपी हैं जो भी अभिलाषाएं,
यह नया वर्ष उन्हें सच कर जाए,
आपके लिए है हमारी यही शुभकामनाएं.
हैप्पी मैथिली न्यू ईयर
3- फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जाएगी,
जिंदगी जुल्फें नहीं जो फिर से संवर जाएगी,
नए साल में थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
ये जिंदगी ठहरेगी नहीं जो गुजर जाएगी.
हैप्पी मैथिली न्यू ईयर
4- जब तक तुमको ना देखूं,
मेरे दिल को करार ना आएगा,
तुम बिन तो जिंदगी में हमारी,
नए साल का ख्याल भी नही आएगा.
हैप्पी मैथिली न्यू ईयर
5- हर साल आता है,
हर साल जाता है;
इस नए साल में आपको वो सब मिले,
जो आपका दिल चाहता है.
हैप्पी मैथिली न्यू ईयर
गौरतलब है कि मिथिला में जुड़ शीतल से एक दिन पहले ही मिट्टी के घड़े में जल भर कर रख दिया जाता है और मैथिली नव वर्ष के दिन घर के बड़े बुजुर्ग, माता-पिता अपने बच्चों के सिर पर जल का छींटा देते हैं. इसके साथ ही पेड़-पौधों की सिंचाई की जाती है. इस पर्व की मिठास को बढ़ाने के लिए स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं और परिवार के सभी लोग मिलकर इसका आनंद लेते हैं.