Bohag Bihu 2022 Greetings: हैप्पी बोहाग बिहू! प्रियजनों को भेजें ये WhatsApp Wishes, Facebook Messages, GIF Images और HD Wallpapers
बोहाग बिहू 2022 (Photo Credits: File Image)

Bohag Bihu 2022 Greetings:  बैसाख महीने (Vaisakh Month) में जहां पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana) में बैसाखी (Baisakhi), तमिलनाडु में पुथांडु (Puthandu), बिहार में जुड़ शीतल (Jur Sital), ओडिशा में पना संक्रांति (Pana Sankranti) मनाई जाती है, ठीक उसी तरह से असम में नए वर्ष के आगमन के तौर पर बोहाग बिहू (Bohag Bihu) का त्योहार मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, बैसाख महीने में मनाए जाने वाले बोहाग बिहू को असमिया नव वर्ष (Assam New Year) की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. इस पर्व को रोंगाली बिहू और हत बिहू के नाम से भी जाना जाता है. बोहाग बिहू का उत्सव 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक चलेगा. इस तीन दिवसीय उत्सव का पहला दिन पशुधन को समर्पित है. दूसरे दिन को मनुआ (मानव) बिहू के नाम से जाना जाता है, जबकि इस उत्सव का तीसरा दिन देवताओं को समर्पित है, जिसे गोसाई (भगवान) बिहू कहा जाता है.

फसलों की कटाई की खुशी में बिहू का त्योहार साल में तीन बार मनाया जाता है. रबी की फसल जब पक कर तैयार हो जाती है, तब बोहाग बिहू का पर्व मनाया जाता है. इस अवसर पर लोग शुभकामना संदेशों के जरिए खुशियां बांटते हैं. ऐसे में आप भी इन शानदार ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ इमेजेस और एचडी वॉलपेपर्स को प्रियजनों संग शेयर कर उन्हें हैप्पी बोहाग बिहू कह सकते हैं.

1- बोहाग बिहू की हार्दिक बधाई

बोहाग बिहू 2022 (Photo Credits: File Image)

2- बोहाग बिहू 2022

बोहाग बिहू 2022 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी बोहाग बिहू

बोहाग बिहू 2022 (Photo Credits: File Image)

4- बोहाग बिहू की शुभकामनाएं

बोहाग बिहू 2022 (Photo Credits: File Image)

5- बोहाग बिहू मुबारक

बोहाग बिहू 2022 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि बोहाग बिहू के दिन असम के लोग नारियल, चावल, तिल और दूध का उपयोग करके कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं. इस दिन लोग पारंपरिक असमिया धोती, गमोसा पहनते हैं और टोली बनाकर डांस करते हैं. इसके साथ ही इस दिन बैलों की लड़ाई, मूर्गों की लड़ाई जैसे कई खेलों का आयोजन किया जाता है. गाय-भैंस जैसे पशुधन की पूजा की जाती है. आपको बता दें कि बिहू पर्व की शुरुआत चैत्र महीने से ही हो जाती है, जिसे उरूरा के नाम से जाना जाता है और इस पर्व को करीब एक महीने तक मनाया जाता है.