Jawaharlal Nehru Jayanti 2023 Quotes: जवाहरलाल नेहरू (1889-1964 ई.) स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री थे. उनका जन्म 14 नवंबर, 1889 को भारत के इलाहाबाद (वर्तमान में प्रयागराज) में हुआ था. उनके पिता, मोतीलाल नेहरू, एक प्रसिद्ध प्रतिष्ठित वकील थे जो कश्मीरी पंडित समुदाय से थे. 1916 में नेहरू ने कमला कौल से शादी की. एक साल बाद 1917 में उनकी इकलौती बेटी इंदिरा का जन्म हुआ. पंडित जवाहरलाल नेहरू एक महान लेखक और कवि थे. द डिस्कवरी ऑफ इंडिया और ग्लिम्पसेस ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री उनकी कुछ प्रसिद्ध पुस्तकें हैं. पंडित जवाहरलाल नेहरू बच्चों के प्रति अपने स्नेह के लिए भी जाने जाते हैं. इसलिए उनकी जन्मतिथि यानी 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. बाल दिवस को चिल्ड्रेन्स डे (Children's Day) के नाम से भी जाना जाता है.
उन्होंने भारत की आजादी के बाद बच्चों और युवाओं की भलाई के लिए बहुत अच्छा काम किया. उन्होंने भारत के बच्चों की शिक्षा, प्रगति और कल्याण के लिए बहुत काम किया. वह बच्चों के प्रति बहुत स्नेही थे और उनके बीच चाचा नेहरू के नाम से प्रसिद्ध हुए. भारत के युवाओं की प्रगति और विकास के लिए उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Indian Institutes of Technology) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (All India Institute of Medical Sciences) जैसे विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों (Indian Institutes of Management) की स्थापना की थी. ऐसे में पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर आप उनके इन 10 महान विचारों को अपने प्रियजनों संग शेयर कर सकते हैं.
1- सत्य हमेशा सत्य ही रहता है, चाहे आप पसंद करें या ना करें.
2- संकट और गतिरोध जब होते हैं तो कम से कम इसका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं.
3-आपत्तियां हमें आत्म-ज्ञान कराती हैं, ये हमें दिखा देती हैं कि हम किस मिट्टी के बने हैं.
4- असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य और सिद्धांत भूल जाते हैं.
5- संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है.
6- चुनाव जनता को राजनीतिक शिक्षा देने का विश्वविद्यालय है.
7- जो पुस्तकें हमें सोचने के लिए विवश करती हैं, वे हमारी सबसे अच्छी सहायक हैं.
8- जो व्यक्ति भागता है, वह शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है.
9- शायद जीवन में डर से बुरा और खतरनाक कुछ भी नहीं है.
10- संकट के समय हर छोटी चीज मायने रखती है.
उन्होंने भारत में बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए एक पंचवर्षीय योजना बनाई जिसमें मुफ्त प्राथमिक शिक्षा, स्कूली बच्चों को दूध सहित मुफ्त भोजन देना शामिल है. चाचा नेहरू का बच्चों के प्रति गहरा प्रेम और उत्साह ही उनके जन्मदिन पर बाल दिवस मनाने का बड़ा कारण है. बचपन हर किसी के जीवन का महान क्षण होता है, जिसे भविष्य में देश की संपत्ति के रूप में सफल होने के लिए आवश्यक रूप से सही राह दी जानी चाहिए. सही रास्ते के बिना वे एक अच्छा जीवन जीने से चूक सकते हैं. ऐसा सही शिक्षा, देखभाल और प्रगति की राह देकर ही किया जा सकता है.