International Workers' Day 2021 Wishes: हर साल 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Workers' Day) मनाया जाता है, जो दुनिया भर के मजदूरों और श्रमिकों को समर्पित है. इस दिवस को लेबर डे (Labour Day), श्रमिक दिवस , मई दिवस, मजदूर दिवस जैसे नामों से जाना जाता है. मजदूर दिवस पर दुनिया भर में आधिकारिक छुट्टी होती है. अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के इतिहास की बात करें तो इस आंदोलन की शुरुआत अमेरिका के शिकागो में 1 मई 1886 को हुई थी. दरअसल, यहां के मजदूरों को हर रोज 15 घंटे तक काम करना पड़ता था और बदले में तनख्वाह भी काफी कम मिलती थी, जिसके बाद मजदूर अपनी आवाज बुलंद करते हुए काम के घंटों को 8 घंटे करने की मांग को लेकर 1 मई 1886 को सड़कों पर उतरे और आंदोलन किया. इस दौरान पुलिस ने कुछ मजदूरों पर गोली चलवा दी, जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई.
मजदूरों द्वारा किए गए आंदोलन के बाद साल 1889 में अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की दूसरी बैठक के दौरान 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया. साथ ही लोगों से 8 घंटे से ज्यादा काम न करवाने और इस दिन आधिकारिक छुट्टी रखने का फैसला किया गया. इस अवसर पर इन हिंदी विशेज, कोट्स, फेसबुक मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ इमेजेस को भेजकर श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
1- किसी को क्या बताएं कि कितने मजबूर हैं हम,
बस इतना समझ लीजिए कि मजदूर हैं हम.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई
2- मजदूर अपना कर्म करता जरूर है,
इसलिए देश को उस पर गुरूर है.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई
3- परेशानियां बढ़ जाए तो इंसान मजबूर होता है,
श्रम करने वाला हर व्यक्ति मजदूर होता है.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई
4- सो जाता है फुटपाथ पे अखबार बिछा कर,
मजदूर कभी नींद की गोली नहीं खाता.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई
5- चलता है परदेश कमाने हाथ में थैला तान,
लेकर कुछ चना, चबेना, आलू और पिसान,
टूटी चप्पल, फटा पजामा मन में कुछ अरमान,
ढंग की जो मिले मजूरी तो जैसे मिल जाए जहान.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई
भारत में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के इतिहास पर गौर करें तो चेन्नई में 1 मई 1923 के दिन लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान की अध्यक्षता में इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई. इंटरनेशनल लेबर डे मनाने का मकसद दुनिया भर में मजदूरों के प्रति सम्मान जाहिर करना, उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाना, उनके अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करना और मजदूर संगठन को मजबूत करना है.