Devshayani Ekadashi 2020 Messages In Hindi: आज (1 जुलाई 2020) देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) का पर्व मनाया जा रहा है. इस एकादशी से जगत के पालनहार भगवान विष्णु (Lord Vishnu) चार महीने के लिए क्षीरसागर में गहन निद्रा के लिए चले जाते हैं, इसलिए देवशयनी एकादशी को श्रीहरि के विश्राम काल के आरंभ के तौर पर भी जाना जाता है. आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आषाढ़ी एकादशी (Ashadhi Ekadashi), हरिशयनी एकादशी (Harishayani Ekadashi) और पद्मनाभा (Padmnabha) के नाम से भी जाना जाता है. भगवान विष्णु के शयनकाल के प्रारंभ के साथ चातुर्मास आरंभ हो जाता है. इस दौरान भगवान शिव श्रीहरि की जगह जगत का कार्यभार संभालते हैं, इसलिए चातुर्मास में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है, क्योंकि चातुर्मास में ही भगवान शिव (Lord Shiva) का अतिप्रिय सावन महीना आता है.
देवशयनी एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन से भगवान विष्णु के चार महीने का शयनकाल शुरू हो जाता है, इसलिए इस विशेष अवसर पर अपनों को बधाई जरूर दें. आप भगवान विष्णु के इन भक्तिमय हिंदी वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, फोटो एसएमएस, कोट्स, वॉलपेपर्स और मैसेज के जरिए देवशयनी एकादशी की शुभकामनाएं (Happy Devshayani Ekadashi Messages) दे सकते हैं.
1- देवशयनी एकादशी के पावन अवसर पर,
भगवान विष्णु आपके सभी पापों का नाश करें.
ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:
देवशयनी एकादशी की शुभकामनाएं. यह भी पढ़ें: Devshayani Ekadashi 2020 Greetings: देवशयनी एकादशी पर इन मनमोहक हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIFs, HD Images, Wallpapers के जरिए दें प्रियजनों को बधाई
2- ताल बजे और बजे मृदंगा,
बजे श्रीहरि की वीणा,
करें विष्णु की जय-जयकार,
आषाढ़ी एकादशी पर करें उनके गुणगान.
देवशयनी एकादशी की शुभकामनाएं.
3- शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम् ।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ॥
देवशयनी एकादशी की शुभकामनाएं.
4- हर घर के आंगन में तुलसी,
तुलसी बड़ी महान है,
जिस घर में ये तुलसी रहती,
वो घर स्वर्ग समान है.
देवशयनी एकादशी की शुभकामनाएं.
5- विष्णु जिनका नाम हो,
वैकुंठ जिनका धाम हो,
निर्जला एकादशी के शुभ अवसर पर,
श्रीहरि को शत-शत प्रणाम,
निर्जला एकादशी की शुभकामनाएं यह भी पढ़ें: Devshayani Ekadashi 2020: देवशयनी एकादशी कब है? भगवान विष्णु के गहन निद्रा में जाते ही चार माह के लिए बंद हो जाएंगे सभी शुभ कार्य, जानें तिथि, मुहूर्त और महत्व
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है. उन्हे पीले रंग के फूल, फल और मिठाइयों का भोग अर्पित किया जाता है. उनके पूजन में तुलसी दल का उपयोग करना बेहद आवश्यक माना जाता है, क्योंकि तुलसी श्रीहरि को अत्यंत प्रिय है और तुलसी के बिना उनका पूजन अधूरा माना जाता है. एकादशी के दिन रात्रि जागरण का विधान है, इसके बाद द्वादशी तिथि को सूर्योदय के बाद व्रत का पारण किया जाता है.