Happy Dev Diwali 2021 HD Images: देव दिवाली पर अपनों संग इन WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photos, Wallpapers को शेयर कर दें बधाई
भगवान शिव की पावन नगरी काशी में देव दिवाली का उत्सव भव्य और दिव्य तरीके से मनाया जाता है. दीपावली के समान ही देव दीपावली का महत्व बताया जाता है. ऐसे में आप अपनों को बधाई न दें ऐसा कैसे हो सकता है. इस पावन अवसर पर आप अपनों संग इन एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज, वॉलपेपर्स को शेयर करके देव दीपावली की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
Happy Dev Diwali 2021 HD Images: आज यानी 19 नवंबर 2021 को कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) यानी देव दिवाली (Dev Diwali) का पर्व मनाया जा रहा है. देव दीपावली (Dev Deepawali) का पर्व दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) के 15 दिन बाद मनाया जाता है. इस दिन काशी के गंगा घाटों को सजाया जाता है और दीयों की रोशनी से रोशन किया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन सभी देवी-देवता स्वर्ग लोक से धरती पर काशी में देव दीपावली मनाने के लिए आते हैं. इस दिन लाखों की तादात में भक्त पतित पावनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाते हैं और शाम के वक्त काशी के 84 घाटों पर लाखों दीये जलाए जाते हैं, साथ ही मां गंगा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था और इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरारी अवतार लेकर त्रिपुरासुर नाम के असुर भाइयों की तिकड़ी का संहार किया था, इसलिए इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा (Tripurari Purnima) और त्रिपुरी पूर्णिमा (Tripuri Purnima) भी कहा जाता है.
भगवान शिव की पावन नगरी काशी में देव दिवाली का उत्सव भव्य और दिव्य तरीके से मनाया जाता है. दीपावली के समान ही देव दीपावली का महत्व बताया जाता है. ऐसे में आप अपनों को बधाई न दें ऐसा कैसे हो सकता है. इस पावन अवसर पर आप अपनों संग इन एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज, वॉलपेपर्स को शेयर करके देव दीपावली की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
1- देव दिवाली की हार्दिक बधाई
2- शुभ देव दिवाली
3- हैप्पी देव दिवाली
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4- देव दीपावली की शुभकामनाएं
5- देव दिवाली 2021
पौराणिक कथा के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का अंत किया था, जिससे देवताओं को उनके आतंक से मुक्ति मिली थी. त्रिपुरासुर का अंत करने के कारण ही महादेव को त्रिपुरारी भी कहा जाता है. इस दिन त्रिपुरासुर का अंत होने की खुशी में समस्त देवी-देवताओं ने देव दिवाली के उत्सव काशी में मनाया था, इसलिए सदियों से शिव की नगरी काशी में देव दीपावली का उत्सव भव्य तरीके से मनाया जाता है.