Guru Purnima 2024 Wishes: गुरु पूर्णिमा की इन हिंदी WhatsApp Messages, Quotes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
इस साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई 2024 को मनाई जा रही है. इस दिन तमाम शिष्य अपने गुरुओं के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करते हैं. अपने जीवन में मार्गदर्शन करने के लिए उनका आभार व्यक्ति करते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Guru Purnima 2024 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास की पूर्णिमा (Ashadh Purnima) को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के तौर पर मनाया जाता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. हर किसी के जीवन में गुरु का विशेष महत्व होता है, क्योंकि गुरु ही अपने शिष्यों को अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश तक ले जाने में मदद करता है, इसके साथ ही सुनहरे भविष्य के निर्माण में गुरु का मार्गदर्शन अहम भूमिका निभाता है. कहा जाता है कि गुरु की कृपा से ही ईश्वर से साक्षात्कार होता है और गुरु की कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, आदिगुरु परमेश्वर भगवान शिव ने दक्षिणमूर्ति रूप में समस्त ऋषि मुनियों को शिष्य के रूप में शिवज्ञान प्रदान किया था, इसलिए उन्हें स्मरण करते हुए गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है.
इस साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई 2024 को मनाई जा रही है. इस दिन तमाम शिष्य अपने गुरुओं के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करते हैं. अपने जीवन में मार्गदर्शन करने के लिए उनका आभार व्यक्ति करते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरु की महिमा न्यारी है…
बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय.
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म सब गुरु की ही देन है.
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गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः
करे लौह को स्वर्ण,
शिष्य और गुरु जगत में,
केवल दो ही वर्ण.
गुरु पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरुओं को समर्पित है, जिन्होंने अपने शिष्यों को अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया है और उनका मार्गदर्शन किया है. इस दिन को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिवस को वेदव्यास जी के जन्मदिन के तौर पर भी मनाया जाता है. इस दिन गुरु पूजा का विधान है, इसलिए लोग अपने गुरुजनों के चरण स्पर्श करते हुए उनका आशीर्वाद भी लेते हैं.