गोवर्धन पूजा 2021 (Photo Credits: File Image)
Govardhan Puja 2021 Wishes In Hindi: दीपावली (Deepavali) यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) का पर्व मनाया जाता है, जिसे अन्नकूट (Annakut) के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) के गोवर्धन स्वरूप और पशु धन की पूजा की जाती है. पौराणिक कथा के अनुसार, कान्हा ने देवराज इंद्र के प्रकोप से गोकुल वासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्का उंगली पर उठा लिया था, ऐसा करके कान्हा ने न सिर्फ गोकुल के लोगों की रक्षा की थी, बल्कि उन्होंने इंद्र देव के घमंड को भी चूर-चूर कर दिया था. कहा जाता है कि तभी से दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जा रहा है. इस साल गोवर्धन पूजा का पर्व 5 नवंबर 2021 को मनाया जा रहा है.
गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन पर्वत और कान्हा के गोवर्धन स्वरूप की पूजा की जाती है. इसके साथ ही उन्हें 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाता है. इस दिन लोग एक-दूसरे के साथ शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. इस खास अवसर पर आप भी अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को इन हिंदी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप स्टेटस, फेसबुक मैसेजेस और जीआईएफ इमेजेस को भेजकर हैप्पी गोवर्धन पूजा कह सकते हैं.
1- कृष्ण की शरण में आकर,
भक्त नया जीवन पाते हैं,
इसलिए गोवर्धन पूजा का दिन,
हम सच्चे मन से मनाते हैं.
हैप्पी गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा 2021 (Photo Credits: File Image)
2- श्री कृष्ण जिनका नाम,
गोकुल जिनका धाम,
ऐसे भगवान श्री कृष्ण को,
हम सब का प्रणाम...
हैप्पी गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा 2021 (Photo Credits: File Image)
3- गोकुल का ग्वाला बनकर,
रोज गैय्या चराता था,
वो ईश्वर का था अवतार,
लेकिन गौ माता की सेवा करता था.
ऐसा महान है गोवर्धन पूजा का यह त्योहार,
जिसने बढ़ाया प्रकृति का मान.
हैप्पी गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा 2021 (Photo Credits: File Image)
4- कन्हैया हमारे दुलारे,
वही सबसे प्यारे,
गोपियां देखकर दीवानी हो जाएं,
लेकिन सबके रखवाले,
तभी तो कान्हा हैं सभी के दुलारे.
हैप्पी गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा 2021 (Photo Credits: File Image)
5- श्रीकृष्ण की शक्ति और उनकी भक्ति,
लाए आपके जीवन में खुशियों की बहार,
मुरली मनोहर कान्हा की कृपा से,
आपको हर कदम पर मिले सफलता अपार.
हैप्पी गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा 2021 (Photo Credits: File Image)
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा प्रात:काल की जाती है. इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाया जाता है और पूजा के दौरान अन्न, खील, लावा, मिष्ठान इत्यादि का भोग लगाया जाता है. इस दिन को बाली प्रतिपदा और दिवाली पड़वा के तौर पर भी मनाया जाता है.