Durga Puja 2024 HD Images: हैप्पी दुर्गा पूजा! शारदीय नवरात्रि के छठे दिन शेयर करें ये मनमोहक WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo SMS और Wallpapers
दुर्गा पूजा 2024 (Phot Credits: File Image)

Durga Puja 2024 HD Images: प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, महालया (Mahalaya) यानी सर्वपितृ अमावस्या (Sarv Pitru Amavasya) के दिन मां दुर्गा (Maa Durga) कैलाश पर्वत से धरती पर अपने भक्तों के बीच आती हैं, इसलिए महालया के अगले दिन यानी अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) शुरुआत हो जाती है, जबकि दुर्गा पूजा (Durga Puja) की शुरुआत अश्विन शुक्ल षष्ठी से होती है. आज (08 अक्टूबर 2024) से पांच दिवसीय दुर्गा पूजा की शुरुआत हो गई है. बता दें कि दुर्गा पूजा के पहले दिन ढाक-ढोल, भोज-दावत, बोधन निमंत्रण और पूजा-अनुष्ठान के साथ मां दुर्गा का स्वागत किया जाता है, फिर उनके चेहरे का अनावरण किया जाता है. षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी तिथि तक दुर्गा पूजा का उत्सव मनाया जाता है, फिर विजयादशमी के दिन मां दुर्गा कैलाश वापस लौट जाती हैं. इस साल विजयादशमी यानी दशहरे का त्योहार 12 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा.

एक तरफ जहां शारदीय नवरात्रि के छठे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है तो वहीं महा षष्ठी तिथि से ही दुर्गा पूजा का शुभारंभ होता है. इस अवसर पर लोग शुभ दुर्गा पूजा या शुभो दुर्गा पूजो कहकर शुभकामनाएं देते हैं. ऐसे में आप भी इस खास अवसर पर इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस और वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों से हैप्पी दुर्गा पूजा कह सकते हैं.

1- ​दुर्गा पूजा की हार्दिक बधाई

दुर्गा पूजा 2024 (Phot Credits: File Image)

2- दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं

3- हैप्पी दुर्गा पूजा

दुर्गा पूजा 2024 (Phot Credits: File Image)

4- शुभो दुर्गा पूजो

दुर्गा पूजा 2024 (Phot Credits: File Image)

5- दुर्गा पूजो 2024

दुर्गा पूजा 2024 (Phot Credits: File Image)

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों में दुर्गा पूजा उत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है. इस पर्व से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार, नौ दिनों तक महिषासुर से युद्ध करने के बाद दसवें दिन मां दुर्गा ने उसका संहार किया था और उसके आतंक से समस्त सृष्टि को मुक्ति दिलाई थी. वहीं एक अन्य कथा के अनुसार, श्रीराम ने नौ दिनों तक व्रत रखकर शक्ति की उपासना की थी और दसवें दिन उन्होंने लंकापति रावण का संहार किया था, इसलिए बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के तौर पर विजयादशमी यानी दशहरे का त्योहार मनाया जाता है.