National Reading Day 2020: CBSE ने सभी स्कूलों से की अपील, कहा- ऑनलाइन पढ़ाकर मनाएं नेशनल रीडिंग डे

देश में आज 19 जून रीडिंग डे मनाया जा रहा है, जिसकी खाशियत यह होगी की इसमें सभी ऑनलाइन रीडिंग करेंगे. वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी रीडिंग डे मनानें की तैयारी कर है. देश में आज यानि 19 जून को 25वां नेशनल रीडिंग डे मनाया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने वर्ल्ड बुक डे पर कैंपेन शुरू किया था.

ऑनलाइन रीडिंग/प्रतीकात्मक तस्वीर(Photo Credits: Pixabay)

National Reading Day 2020: देश में आज 19 जून रीडिंग डे मनाया जा रहा है, जिसकी खाशियत यह होगी की इसमें सभी ऑनलाइन रीडिंग करेंगे. वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) भी रीडिंग डे मनानें की तैयारी कर है. देश में आज यानि 19 जून को 25वां नेशनल रीडिंग डे मनाया जा रहा है. केरल में स्वर्गीय पी.एन. पनिकर के सम्मान में हर साल 19 जून को नेशनल रीडिंग डे मनाया जाता है, उनको 'लाइब्रेरी मूवमेंट' का जनक भी कहा जाता है. इस साल 25वें रीडिंग डे के मौके पर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने अपने सभी स्कूलों से 19 जून को रीडिंग डे सेलिब्रेट करने के निर्देश दिए है.

कोरोना महामारी के कारण सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद है, जिसके चलते सभी छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है. वहीं सीबीएसई ने भी तय किया है अब टेक्नॉलजी के जरिए रीडिंग करने पर खास ध्यान देंगे. ऐसे में ऑनलाइन क्लासेज की तरह ही अब रीडिंग डे भी ऑनलाइन ही मनाया जाएगा. इसके बाद रीडिंग वीक और फिर 19 जून से 18 जुलाई तक रीडिंग मंथ के रूप में मनाया जाएगा.

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नेशनल रीडिंग डे- डिजिटल रीडिंग के लिए किया काम

देश में कोविड-19 की वजह से सभी शैक्षणिक संस्थान बंद है, ऐसे में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लास और डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लिया जा रहा है. सरकार ने भी पी.एन. पनिकर फाउंडेशन के साथ मिलकर डिजिटल रीडिंग की दिशा में काम करना शुरू किया है. पनिकर फाउंडेशन ने छात्रों को क्विज, ओपन आर्ट, निबंध लेखन और डिबेट का सुझाव दिया है. फाउंडेशन द्वारा टीचर्स, फैकल्टी और लाइब्रेरियंस के लिए भी क्विज का आयोजन किया है.

CBSE ने कहा मनाएं रीडिंग मंथ

नेशनल रीडिंग डे के अवसर पर पनिकर फाउंडेशन ने स्टूडेंट्स के लिए कुछ रीडिंग एक्टिविटीज भी रखी हैं. इसमें डिजिटल रीडिंग प्लेज के साथ रीडिंग, डिजिटल लाइब्रेरी और इंटलेक्चुअल प्रोपर्टी राइट्स शामिल है. CBSE ने इसके लिए सभी स्कूलों से रीडिंग डे, रीडिंग वीक और रीडिंग मंथ मनाने को कहा है.

जानें नेशनल रीडिंग डे का इतिहास

नेशनल रीडिंग डे का इतिहास कुछ इस तरह है. पी. एन. पनिकर का जन्म 1 मार्च, 1909 हुआ था. उनके पिता का नाम गोविंदा पिल्लई और माता का नाम जानकी है. वे केरल के नीलमपुर के रहने वाले हैं. लाइब्रेरी मूवमेंट के जनक के रूप में जाना जाता हैं.1926 में पनिकर ने अपने गृहनगर में एक शिक्षक के रूप में सनातनधर्म पुस्तकालय की शुरुआत की थी. जिसके बाद 19 जून को हुई उनकी मृत्यु हो गई. अब हर साल उनकी पुण्यतिथि को नेशनल रीडिंग डे के रूप में मनाया जाता है.

केंद्रीय शिक्षा ने शुरू किया हैशटैग MyBookMyFriend कैंपेन

बता दें कि इससे पहले मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने वर्ल्ड बुक डे पर हैशटैग MyBookMyFriend नाम से सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया था. इस कैंपेन का उद्देश्य स्टूडेंट्स को रीडिंग के लिए मोटिवेट करना था. इस कैंपेन के शुरू होते ही कई नामी हस्तियां इसका हिस्सा बनीं और सोशल मीडिया पर वो कौन सी बुक पढ़ रहे हैं इसका जिक्र भी किया करते थे.

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