बसंत पंचमी (Basant Panchami Wishes 2021) हिंदू त्योहार है जो वसंत ऋतू के आने पर मनाया जाता है. यह त्यौहार आमतौर पर माघ में मनाया जाता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर में जनवरी और फरवरी के महीनों के बीच पड़ता है. बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा की जाती है, इसलिए इस दिन को सरस्वती पूजा भी कहा जाता है. यह त्योहार हर साल माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है. आज बसंत पंचमी मनाया जा रहा है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह माना जाता है कि इस दिन देवी दुर्गा ने देवी सरस्वती को जन्म दिया था, जिन्हें ज्ञान, कला और संगीत की देवी माना जाता है. इस दिन पीले रंग का विशेष महत्व माना जाता है. इस त्योहार के दौरान सरसों की फसल का समय होता है, जिसमें पीले रंग के फूल होते हैं, जो देवी सरस्वती का पसंदीदा रंग है.
इसके अलावा, यह वसंत के मौसम की शुरुआत भी होती है जब पेड़-पौधों पर नए पत्ते, फूल और कलियां खिलने लगते हैं. तो पीली धरती के साथ लोग पीले कपड़े पहनकर बसंत पंचमी का स्वागत करते हैं. इस त्यौहार को मनाने का एक और अन्य कारण यह भी है कि सूर्य उत्तरायण है और इसकी पीली किरणें इस बात का प्रतीक हैं कि हर किसी को सूर्य की तरह गंभीर और तेज बनना चाहिए. देवी सरस्वती की मूर्ति को इस दिन पीले वस्त्र और आभूषणों से सजाया जाता है. बसंत पंचमी वह दिन है जो पूरी तरह से मां सरस्वती जी को समर्पित है. इस दिन लोग पीले कपड़े पहनकर तैयार होकर एक दूसरे को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं देते हैं. अगर आप भी अपने प्रियजनों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेजेस भेजकर दे सकते हैं. यह भी पढ़ें: Basant Panchami 2021 Messages: बसंत पंचमी की दें अपनों को शुभकामनाएं, भेजें ये हिंदी WhatsApp Stickers, Quotes, GIF Greetings और HD Images
फूलों की वर्षा, शरद की फुहार, सूरज की किरणे,
खुशियों की बहार, चन्दन की खुशबु,
अपनों का प्यार, शुभ हो आपके लिए,
बसंत पंचमी का त्योहार
बसंत पंचमी की शुभकामनाएं!
इससे पहले की शाम हो जाए,
मेरा एसएमएस औरों की तरह आम हो जाए,
और सारे मोबाइल नेटवर्क जाम हो जाए,
आपको बसंत पंचमी की शुभकामनाएं!
इस वसंत पंचमी मां सरस्वती आपको
हर वो विद्या दे जो आपके पास नहीं है,
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं!
हैप्पी वसंत पंचमी!
हमारी ओर से आपको और आपके
परिवार को बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई!
इस दिन कई स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में देवी की मूर्तियाँ स्थापित की जाती हैं. छात्र, शिक्षक और अन्य भक्त माँ सरस्वती की पूजा करते हैं. पूजा अनुष्ठान सरस्वती की आरती के साथ संपन्न होता है.