Bakrid Mubarak 2020 Greetings & HD Images: देश में आज मनाई जा रही है बकरीद, इन खूबसूरत हिंदी GIFs, WhatsApp Stickers, Facebook Wishes, Photo Messages, HD Wallpapers के जरिए दें अपनों को मुबारकबाद
ईद-उल-अजहा यानी बकरीद के मुबारक मौके पर सुबह की नमाज अदा करने के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद मुबारक कहते हैं. आज जब पूरे देश में बकरीद मनाई जा रही है तो इस बेहद खास मौके पर आप इन खूबसूरत हिंदी ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक विशेज, फोटो मैसेजेस, एचडी वॉलपेपर्स के जरिए अपनों को मुबारकबाद दे सकते हैं.
Bakrid Mubarak 2020 Greetings In Hindi: देश में आज मुस्लिम समुदाय के लोग ईद-उल-अजहा (Eid-al-Adha) यानी बकरीद (Bakrid) का त्योहार मना रहे हैं. ईद-उल-फितर (Eid-al-Fitr) यानी रमजान ईद (Ramazan Eid) के बाद मुसलमानों का ये दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है. ईद के मुबारक मौके पर देश के तमाम मस्जिदों (Masjid) में सुबह की नमाज अदा की गई. हालांकि इस साल कोरोना संकट के कारण मस्जिदों में सीमित संख्या में ही लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करते हुए सुबह की नमाज अदा की. बड़े मुस्लिम संगठनों व मुस्लिम धर्मगुरुओं की ओर से भी यह अपील की गई है कि मुस्लिम समुदाय के लोग कोरोना के खिलाफ जारी प्रशासन की गाइडलाइंस का पालन करते हुए ईद का त्योहार मनाएं. ईद-उल-अजहा पर बकरे या दूसरे जानवरों की कुर्बानी दी जाती है, इसलिए इसे कुर्बानी ईद (Qurbani Eid) भी कहा जाता है.
ईद-उल-अजहा यानी बकरीद के मुबारक मौके पर सुबह की नमाज अदा करने के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद मुबारक कहते हैं. आज जब पूरे देश में बकरीद मनाई जा रही है तो इस बेहद खास मौके पर आप इन खूबसूरत हिंदी ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक विशेज, फोटो मैसेजेस, एचडी वॉलपेपर्स के जरिए अपनों को मुबारकबाद दे सकते हैं.
1- बकरीद मुबारक
2- बकरीद मुबारक
3- बकरीद मुबारक
4- बकरीद मुबारक
5- बकरीद मुबारक
बकरीद का त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के 12वें महीने महीने धू-अल-हिज्जाह की 10 तारीख को मनाई जाती है. इस्लाम धर्म की मान्यता के अनुसार, अल्लाह ने एक रात सपने में आकर हजरत इब्राहिम से उनकी सबसे प्रिय चीज की कुर्बानी मांगी, जिसके बाद उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी देने का फैसला किया. उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी के समय अपने आंखों पर पट्टी बांध ली, लेकिन कुर्बानी के वक्त अल्लाह ने उनके बेटे की जगह कुर्बानी को बकरे में बदल दिया. हजरत इब्राहिम की निष्ठा और उनके संकल्प से खुश होकर अल्लाह ने उनके बेटे को जीवनदान दिया, कहा जाता है कि तभी से बकरीद के दिन हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में बकरों की बलि दी जाती है.