Bakrid Mubarak 2020 Messages In Hindi: कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच आज (1 अगस्त 2020) देशभर के मुसलमान बकरीद (Bakrid) का त्योहार मना रहे हैं, जिसे बकरा ईद (Bakra Eid), ईद-उल-अजहा (Eid-al-Adha) और कुर्बानी का त्योहार भी कहा जाता है. बकरीद का त्योहार हर साल इस्लामिक कैलेंडर के 12वें यानी आखिरी महीने धू-अल-हिज्जाह की 10 तारीख को मनाया जाता है और इसकी तारीख चांद का दीदार करने के बाद तय होती है. रमजान (Ramadan) का पवित्र महीना खत्म होने के करीब 70 दिन बाद बकरीद मनाई जाती है. मीठी ईद (Meethi Eid) के बाद बकरीद को इस्लाम धर्म का प्रमुख त्योहार माना जाता है. बकरीद का दिन फर्ज-ए-कुर्बानी का दिन होता है, इसलिए लोग सुबह मस्जिदों में नमाज अदा करने के बाद बकरे की कुर्बानी देते हैं और उसके गोश्त को तीन भागों में विभाजित किया जाता है. तीन हिस्सों में से एक हिस्सा खुद के लिए, दूसरा हिस्सा दोस्तों-रिश्तेदारों के लिए और तीसरा हिस्सा गरीबों व जरूरतमंदों के लिए रखा जाता है
बकरीद का पर्व यह सीख देता है कि दूसरों की बेहतरी के लिए अपनी सबसे अजीज चीज को भी अल्लाह की राह में कुर्बान करने से पीछे नहीं हटना चाहिए. बकरीद का मुबारक मौका हो और आप अपनों को इसकी शुभकामनाएं न दें, ऐसा भला कैसे हो सकता है. ईद-उल-अजहा के पर्व को अपनों के साथ खुशी-खुशी मनाने के लिए अलावा आप इस मुबारक मौके पर अपने दोस्तों और करीबियों को इन हिंदी वॉट्सऐप ग्रीटिंग्स, फेसबुक विशेज, जीआईएफ इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, एसएमएस, कोट्स के जरिए बकरीद मुबारक कह सकते हैं.
1- ये दुआ मांगते हैं हम ईद के दिन,
बाकी ना रहे आपका कोई गम ईद के दिन,
आपके आंगन में उतरे रोज खुशियों भरा चांद,
और महकता रहे फूलों का चमन ईद के दिन.
बकरीद मुबारक!
2- ईद लेकर आती है ढेर सारी खुशियां,
ईद मिटा देती है इंसानों के बीच दूरियां,
ईद है खुदा का एक नायाम तबारोक,
इसीलिए कहते हैं ईद मुबारक.
बकरीद मुबारक!
3- अल्लाह का रहम आप पर हमेशा बरसे,
जैसे मुस्कुराते हैं फूल, हमेशा आप मुस्कुराएं,
भूल जाएं दुनिया के सारे गम आप,
खुशियों के गीत चारों तरफ फैलाएं आप.
बकरीद मुबारक!
4- तमन्ना आपकी सब पूरी हो जाए,
हो आपका मुकद्दर इतना रोशन कि,
आमीन कहने से पहले ही,
आपकी हर दुआ कबूल हो जाए.
बकरीद मुबारक!
5- समंदर को उसका किनारा मुबारक,
चांद को उसका सितारा मुबारक,
फूलों को उसकी खूशबू मुबारक,
दिल को उसका दिलदार मुबारक,
आपको और आपके परिवार को,
बकरीद का त्योहार मुबारक.
बकरीद मुबारक!
इस्लामिक मान्यता के अनुसार, एक रात अल्लाह ने पैगंबर हजरत इब्राहिम के सपने में आकर उनकी सबसे प्यारी चीज की कुर्बानी मांगी. अल्लाह के आदेश पर हजरत इब्राहिम ने इसी दिन अपने बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी दी. कुर्बानी देते समय उनके जज्बे और अटूट संकल्प को देखकर अल्लाह बेहद खुश हुए, जिसके बाद उन्होंने इब्राहिम के बेटे की जगह बकरे को कुर्बानी में बदल दिया और उनके बेटे को जीवनदान दिया, इसलिए बकरीद के दिन हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में बकरों की कुर्बानी देने की परंपरा निभाई जाती है.