April Fools' Day 2024 Wishes in Hindi: दुनिया के अधिकांश देशों में 1 अप्रैल (1st April) को अप्रैल फूल डे यानी मूर्ख दिवस (April Fools' Day) मनाया जाता है, लेकिन हमारे देश में इस दिवस की शुरुआत का श्रेय अंग्रेजों को जाता है. आपको बता दें कि अंग्रेजों ने 19वीं सदी में इस दिवस को मनाने की शुरुआत की थी. भले ही अंग्रेजों द्वारा भारत में अप्रैल फूल डे मनाने की शुरुआत हुई हो, लेकिन जब से सोशल मीडिया पर इसे लोकप्रियता मिली है, तब से अधिकांश लोगों द्वारा इस दिवस को मनाया जाने लगा. अप्रैल फूल डे से जुड़ी एक कहानी के अनुसार, फ्रांस में सन 1582 में पोप चार्ल्स ने पुराने कैलेंडर की जगह नए रोमन कैलेंडर की शुरुआत की थी, बावजूद इसके कुछ लोग पुरानी तारीख को ही नया साल मनाते रहे, जिसके चलते उन्हें अप्रैल फूल्स (April Fools) कहा गया.
अप्रैल फूल डे को दुनिया के अधिकांश हिस्सों में लोग अपने-अपने अंदाज में मनाते हैं, लेकिन इसके इतिहास पर गौर करें तो पहली बार 1 अप्रैल 1381 को अप्रैल फूल डे मनाया गया था, तब से यह सिलसिला बरकरार है. अप्रैल फूल डे के इस खास अवसर पर आप इन शरारती हिंदी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- एक पागल था,
बिल्कुल पागल था,
एकदम पागल था,
पागलों का पागल था,
लेकिन घबराओ नहीं,
आपके सामने कुछ भी नहीं था...
हैप्पी अप्रैल फूल डे
2- तुझे रब ने बनाया कितना सोना,
जी करे देखता रहूं,
तुझे अप्रैल फूल बनाऊं
और खिल-खिलाकर हंसता रहूं...
हैप्पी अप्रैल फूल डे
3- खुश तो बहुत होगे तुम,
बात ही कुछ ऐसी है,
एक अप्रैल जो आ रहा है,
दिल में गुदगुदी सी हो रही होगी,
और क्यों न हो, साल में एक ही तो दिन आता है,
जो होता है सिर्फ तुम्हारे नाम...
हैप्पी अप्रैल फूल डे
4- मैं कश्ती तू किनारा,
मैं धनुष तू तीर,
मैं मटर तू पनीर,
मैं वर्षा तू बादल,
मैं राजमा तू चावल,
मैं हॉट तू कूल,
मैं अप्रैल तू... फूल,
अप्रैल फूल बनाया,
बड़ा मजा आया...
हैप्पी अप्रैल फूल डे
5- जब तुम आईने के सामने जाते हो,
तो आईना कहता हैं ब्यूटीफुल ब्यूटीफुल...
जब तुम आईने से दूर जाते हो,
तो आईना कहता हैं अप्रैल फूल, अप्रैल फूल...
हैप्पी अप्रैल फूल डे
बहरहाल, दुनिया भर में हंसी-मजाक के तौर पर हर साल 1 अप्रैल को मनाए जाने वाले इस दिवस से जुड़ी प्रचलित कहानी के अनुसार, इंग्लैंड के राजा रिचर्ड सेकेंड और बोहेमिया की रानी एनी ने अपनी सगाई की घोषणा करते हुए प्रजा से कहा था कि दोनों 32 मार्च 1381 को सगाई करेंगे. उनके इस ऐलान के बाद जनता की खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा और जनता जश्न मनाने लगी, लेकिन बाद में उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि वो बेवकूफ बन गए हैं, क्योंकि कैलेंडर में 32 तारीख तो आती ही नहीं है. ऐसा कहा जाता है कि इस घटना के बाद से 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे मनाने की परंपरा शुरु हुई.