पाश्चात्य की ओर बढ़ते रुझान ने हमारी जीवन शैली को बहुत ज्यादा प्रभावित किया है. हमारे खान-पान से लेकर खान-पान के तौर तरीके तक सब कुछ बदल गये हैं. अब हमारा ज्यादा वक्त कुर्सी और टेबल पर गुजरता है. आज काम के साथ-साथ हम खाने से लेकर नास्ता भी कुर्सी-टेबल पर बैठकर करने लगे हैं. इस तरह हम निरंतर अपने शरीर को आलसी और निकम्मा बनाते जा रहे हैं. उधर हमारे पूर्वज पालथी मारकर खाना खाते थे, इस प्रथा के पीछे कई स्वस्थ कारण हैं. आइये जानें इस पद्धति से हमें किस तरह के लाभ प्राप्त होते हैं.
* जमीन पर बैठकर खाना एक पुरानी भारतीय परंपरा है, यहां तक कि वैज्ञानिक रूप से भी यह खाने का सही तरीका साबित हुआ है. जब आप खाने के लिए बैठते हैं, तो अमूमन पालथी मारकर बैठते हैं, जो सुखासन जैसा होता है, आयुर्वेद में शांत और शांतिपूर्ण दिमाग से भोजन करने से पाचन बेहतर होता है.
* जमीन पर बैठकर भोजन करने से शरीर मजबूत, सक्रिय और सेहतमंद रहता है तो जमीन पर बैठकर खाने की प्रवृत्ति का पालन अवश्य करना चाहिए. ऐसा करने से पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियां और पेल्विस सक्रिय रहती हैं.
* जमीन पर बैठकर खाना खाने के दौरान पूरी बॉडी नेचुरल अवस्था में रहती है, जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर सुचारु रहता है. नाड़ी तंत्र बेहतर कार्य करते हैं.
* इसके अलावा जब परिवार के सभी सदस्य सामुहिक रूप से भोजन करते हैं तो आपसी रिश्तों में भी मधुरता आती है. उनके संबंध मजबूत बनते हैं. यह भी पढ़ें : World Health Day 2019: गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें महिलाएं, इन खास बातों का रखें ख्याल
* फर्श पर बैठकर खाना खाने से कमर के निचले हिस्से को आसानी से स्ट्रेच किया जा सकता है. जबकि कुर्सी पर निरंतर बैठकर खाने से आपके शरीर के निचले हिस्से को मूवमेंट नहीं मिलने से हिप्स टाइट एवं स्ट्रॉंग हो सकते हैं.
* आप जमीन पर जब पीठ सीधी करके बैठते हैं तो इस दौरान किया गया भोजन निरंतर पचता रहता है, जिसकी वजह से आपका वजन नियंत्रण में रहता है,
* जमीन पर बैठकर खाना खाने से आपके शरीर के हर हिस्से में नेचुरल खिंचाव होता रहता है, इस वजह से शरीर की मांसपेशियों का व्यायाम होता है,
* जमीन पर बैठकर खाना खाने से शरीर सक्रिय और लोचकता बनी रहती है. जमीन पर बैठने से मांसपेशियां मजबूती से अपना कार्य करती हैं.
* जमीन पर बैठकर खाना खाने से रीढ़ की हड्डी स्ट्रेट रहती है, इसकी वजह से शरीर का पॉश्चर बेहतर रहता है, और आपकी पर्सनालिटी में निखार आता है.
* जमीन पर बैठकर भोजन करने से ब्लड सर्कुलेशन सुचारु होता है, जिसकी वजह से ह्रदय स्वस्थ रहता है, और हार्ट अटैक की संभावना नहीं होती है.
* जमीन पर पालथी मारकर बैठने से पैरों एवं घुटनों की एक्टिविटीज बढ़ती है, जिसकी वजह से रक्त परिसंचरण बेहतर होता है.