Chhath Puja 2019: छठ पूजा के पावन अवसर पर ये पारंपरिक गीत गाकर सूर्य देव को दें अर्घ, देखें वीडियो

कल पूरे देश में छठ का त्योहार मनाया जाएगा. चार दिनों तक मनाया जानेवाला त्योहार सूरज देवता को समर्पित है. इसकी शुरुआत पहले दिन निकलते डूबते हुए सूरज को अगर देकर और दूसरे दिन भोर में निकलते हुए सूरज को अरग देकर संपन्न होती है. छठ पूजा बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक उत्साह से मनाया जाने वाला त्योहार है.

छठ मैया अर्घ गीत, (फोटो क्रेडिट्स: YouTube)

Chhath Puja 2019: कल पूरे देश में छठ का त्योहार मनाया जाएगा. चार दिनों तक मनाया जानेवाला त्योहार सूरज देवता को समर्पित है. इसकी शुरुआत पहले दिन निकलते डूबते हुए सूरज को अगर देकर और दूसरे दिन भोर में निकलते हुए सूरज को अरग देकर संपन्न होती है. छठ पूजा बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक उत्साह से मनाया जाने वाला त्योहार है. यह त्योहार चार दिन तक मनाया जाता है. ये 31 अक्टूबर से शुरू हुआ और 3 नवंबर सुबह सूरज निकलने के बाद समाप्त होगा. छठ पूजा के दौरान व्रती सूर्य देव की बहन षष्टी देवी या छठी मैया की पूजा भी करते हैं.

छठ पूजा की उत्पत्ति के पीछे कई कहानियां हैं. यह माना जाता है कि प्राचीन काल में द्रौपदी और हस्तिनापुर के पांडवों ने अपनी समस्याओं को हल करने और अपने खोए हुए राज्य को वापस पाने के लिए छठ पूजा की थी. ऋग्वेद ग्रंथ से मंत्रों का उच्चारण सूर्य की पूजा करते समय किया जाता है. पौराणिक कथा अनुसार इस पूजा की शुरुआत सबसे पहले सूर्यपुत्र कर्ण ने की थी, जिन्होंने महाभारत काल में अंग देश (बिहार के भागलपुर) पर शासन किया था. किंवदंती कहती है कि उस युग के ऋषियों इस विधि का उपयोग भोजन के किसी भी बाहरी साधन से संयम करने और सूर्य की किरणों से सीधे ऊर्जा प्राप्त करने के लिए किया था.

हर जगह छठ के त्योहार का माहौल है. सोशल मीडिया पर हर जगह छठ मैया के गीत ट्रेंड कर रहे हैं. इस त्योहार के दौरान छठ पूजा के गीत काफी हैं लेकिन सूरज निकलने और उन्हें अर्घ देने के गीत बहुत ही गिने चुने हुए हैं, हम आपके लिए ले आए सुबह के अर्घ के कुछ मशहूर गाने जिन्हें बजाकर आप अपना छठ व्रत यादगार बना सकते हैं.

उगा हो सुरज देव अरग जे भईल बेर:

सुरुज देव जल्दी आईं:

उगा हो सुरुज देव:

उगी न अदित देव:

व्रत के आखिरी दिन 36 घंटे का उपवास करने के बाद निकलते हुए सूर्य को अर्घ देकर व्रत का पारण किया जाता है, जिसके बाद आस पड़ोस में प्रसाद बांटा जाता है. आशा करते हैं कि करते हैं कि ऊपर दिए गए अर्घ के गीत आपके काम जरुर आएंगे.

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