Chhath Puja 2019: चार दिनों से चल रहे छठ महापर्व का 'उषा अर्घ' के बाद हुआ समापन

देश में महापर्व छठ का उत्सव हर जगह धूम धाम से मनाया गया. यह त्योहार विशेष रूप से उत्तर भारत, बिहार पटना आदि जगहों पर बड़ी हो धूम धाम से मनाया जाता है. यह त्योहार सूर्य को और उनकी बहन छठी मैया को सपर्पित है. इसलिए इस पर्व के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को संध्या अर्घ और सुबह उगते हुए सूर्य को उषा अर्घ दिया जाता है.

'उषा अर्घ' के बाद छठ का समापन, (फोटो क्रेडिट्स: Wikimedia Commons)

Chhath Puja 2019: देश में महापर्व छठ का उत्सव हर जगह धूम धाम से मनाया गया. यह त्योहार विशेष रूप से उत्तर भारत, बिहार पटना आदि जगहों पर बड़ी हो धूम धाम से मनाया जाता है. यह त्योहार सूर्य को और उनकी बहन छठी मैया को सपर्पित है. इसलिए इस पर्व के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को संध्या अर्घ और सुबह उगते हुए सूर्य को उषा अर्घ दिया जाता है. उषा अर्घ के बिना छठ के त्योहार का समापन नहीं हो सकता. उषा अर्घ के साथ ही छठ का समापन होता है उसके बाद ही पारण किया जाता है.

आज पिछले चार दिनों से चल रहे छठ के महापर्व का उषा अर्घ के बाद समापन हो चुका है. यह त्योहार सिर्फ यूपी, बिहार में इ नहीं बल्कि मुंबई में भी बड़ी ही धूम- धाम से मनाया गया. मुंबई के जुहू चौपाटी में छठ का व्रत करने वाले व्रतियों की भीड़ लगी थी. यह त्योहार सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध हो चुका है.

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घर में सुख समृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति के लिए सभी छठ के कठिन व्रत का पालन करने लगे हैं. बता दें कि छठ पूजा में मूर्ति पूजा नहीं होती है इसमें सूर्य देव की उपासना की जाती है और प्रकृति का पालन पोषण करने के लिए उनका धन्यवाद दिया जाता है.

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