क्या वजाइना टाइट होने की वजह से सेक्स के दौरान आपको दर्द होता है? ये हो सकते हैं कारण
क्या आपका पार्टनर जब अपने लिंग को आपकी योनि में डालने की कोशिश करता है या वह सही तरह से अंदर नहीं जाता है, इसका कारण है टाइटनेस. योनि का टाइट होना एक आम समस्या है. जकड़न की भावना एक आम समस्या है,इसका मतलब ये नहीं कि आपका सेक समें इन्ट्रेस्ट नहीं है या आपकी योनी लचीली नहीं है. वजाइना बेहद लचीली होती है.
क्या आपका पार्टनर जब अपने लिंग को आपकी योनि में डालने की कोशिश करता है या वह सही तरह से अंदर नहीं जाता है, इसका कारण है टाइटनेस. योनि का टाइट होना एक आम समस्या है. जकड़न की भावना एक आम समस्या है,इसका मतलब ये नहीं कि आपका सेक समें इन्ट्रेस्ट नहीं है या आपकी योनी लचीली नहीं है. वजाइना बेहद लचीली होती है, इसमें लचीलेपन की समस्या कभी नहीं होती. महिलाओं को योनि सम्बन्धी कई समस्याएं होती, ऐसे में उन्हें घबराना या निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि उस समस्या के कारण का पता लगाना चाहिए. जिससे आपको उस परेशानी से निजात मिले. इस बारे में किसी स्त्री विशेषज्ञ से बात करें. ये समस्या अलग-अलग कारणों से हो सकती है. आइए आपको बताते हैं उन समस्याओं के बारे में.
वजाइनल ड्राईनेस: पर्याप्त ल्यूब्रिकेशन ना होने की वजह से यौन संबंध बनाते समय असहज महसूस होता है. वेजाइनल ड्राईनेस की वजह से योनि के पास टीयर्स हो जाते हैं जिसकी वजह से दर्द होने लगता है.
पीरियड्स: पीरियड्स के दौरान क्रैम्प सभी महिलाओं को होते हैं लेकिन कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान योनि में दर्द और असहज महसूस होता है. महिलाओं के पीरियड्स आने से कुछ समय पहले से मसल्स और पूरे शरीर में तरल पदार्थ रहने लगता है जिसकी वजह से सिरदर्द की समस्या होती है इसके साथ ही योनि में भी दर्द होता है.
फाइब्रॉएड: गर्भाशय में फाइब्रॉएड की ग्रोथ होती है. महिलाओं में यह एक या उससे ज्यादा भी हो सकता है. फाइब्रॉएड के आकार और जगह की वजह से क्रोनिक पेल्विक पेन हो सकता है. जिसकी वजह से वेजाइना में दर्द की जगह दबाव महसूस होता है. फाइब्रॉएड योनि के ऊपर की तरफ हो सकता है. जिसका दर्द पीरियड्स के दौरान अधिक बढ़ सकता है.
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एंड्रियोमेट्रियोसिस: एंड्रियोमेट्रियोसिस एक कंडीशन होती है जिसमें सामान्य रूप से गर्भाशय के अंदर बढ़ने वाले टिशू गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगते हैं. जिससे महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या होती है. जैसे ही यह हार्मोन बाहर आने लगते हैं तो इसमें सूजन आ जाती है और पेल्विक पेन होने लगता है. कभी-कभी यह दर्द कम होता है लेकिन पीरियड्स के दौरान यह दर्द काफी बढ़ जाता है. ऐसा पीरियड्स के दौरान होने वाले क्रैम्प की वजह से होता है.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.