Ahoi Ashtami 2018: अहोई अष्टमी को संतान प्राप्ति के लिए महिलाएं करें ये उपाय, बचें इन गलतियों से

निसंतान महिलाएं भी इस दिन संतान प्राप्ति की कामना करके अहोई अष्टमी का व्रत रखती हैं. इस दिन माता पार्वती के अहोई स्वरूप की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन कुछ टोटके आजमाने से निसंतान महिलाओं को संतान सुख की प्राप्ति होती है, लेकिन कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए.

अहोई अष्टमी 2018 (Photo Credits: Facebook)

Ahoi Ashtami 2018: दिवाली से आठ दिन पहले और करवा चौथ के चार दिन बाद अहोई अष्टमी व्रत का पर्व मनाया जाता है. इस बार यह पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन माताएं अपने पुत्र की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को तारों को अर्घ्य देकर, उनके दर्शन करने के बाद अपना व्रत खोलती हैं. बता दें कि यह त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से संतान को जीवन में कोई कष्ट नहीं होता है और उन्हें लंबी आयु का वरदान मिलता है.

हालांकि निसंतान महिलाएं भी इस दिन संतान प्राप्ति की कामना करके अहोई अष्टमी का व्रत रखती हैं. इस दिन माता पार्वती के अहोई स्वरूप की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन कुछ टोटके आजमाने से निसंतान महिलाओं को संतान सुख की प्राप्ति होती है, लेकिन कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए.

अहोई अष्टमी के दिन करें ये उपाय 

क्या करें और क्या नहीं? 

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