भारत में विभिन्न भाषाई और धर्म के लोग रहते हैं. हर भाषा और धर्म का अपना कैलेंडर जिसे हिंदी में पंचांग कहते हैं, होता है. पंचांग अमुक भाषाई एवं धर्म के लोगों के रीति-रिवाजों, परंपराओं और धार्मिक प्रथाओं एवं उसके शुभ मुहूर्त, राहुकाल आदि के बारे में जानकारी प्रदान करता है. स्थानीय पंचांग की मदद से व्यक्ति स्थानीय संस्कृति के अनुरूप अपने शुभ-मंगल अथवा नये कार्यों को अंजाम देता है. मान्यता है कि शुभ मुहूर्त पर किये गये कार्य सफलता के साथ पूरे होते हैं. यह भी पढ़ें : 29 November 2024 Ka Panchang: आज मार्गशीर्ष शिवरात्रि व्रत! जानें आज के पंचांग में प्रदोष काल-राहुकाल तथा शुभ-अशुभ योग आदि के बारे में!
आज 30 नवंबर 2024 शनिवार, हिंदी मास मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), चतुर्दशी तिथि 10.30 AM तक उपरांत अमावस्या. सूर्य- वृश्चिक राशि और चंद्रमा भी वृश्चिक राशि पर संचार करेगा. नक्षत्र विशाखा 12.34 PM तक उपरांत अनुराधा. आज राहुकाल 09.35 AM से 10.55 AM तक है. योग-अतिगण्ड योग 04.44 PM तक, उसके बाद सुकर्मा योग, करण-शकुनि 10.30 AM तक, बाद चतुष्पद 11.14 PM तक, बाद नाग है. आज का दिन बहुत शुभ फलदायक है. देखिए आज का विस्तृत पंचांग...
सूर्योदय: 06.55 AM
सूर्यास्त: 05.36 PM
चन्द्रोदय: 05.53 AM, (30 नवंबर)
चन्द्रास्त: 04.49 PM (30 नवंबर)
निवास और शूल
अग्निवासः आकाश
दिशा शूलः पूर्व
शिववासः श्मशान में
आज 30 नवंबर 2024, शनिवार का पंचांग
तिथि | चतुर्दशी तिथि 10.30 AM तक उपरांत अमावस्या. |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
वार | शनिवार |
नक्षत्र | नक्षत्र विशाखा 12.34 PM तक उपरांत अनुराधा. |
योग | योग-अतिगण्ड योग 04.44 PM तक, बाद सुकर्मा, |
राहुकाल | 09.35 AM से 10.55 AM तक |
सूर्योदय-सूर्यास्त | 06.55 AM से 05.36 PM |
चंद्रोदय-चंद्रास्त | 05.53 AM, 04.49 PM, |
दिशा शूल | पूर्व दिशा |
चंद्रमा राशि | चंद्रमा वृश्चिक राशि पर |
सूर्य राशि | सूर्य वृश्चिक राशि पर है |
शुभ मुहूर्त, 30 नवंबर 2024
ब्रह्म मुहूर्त | 02.56 AM से 04.41 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 11.54 AM से 12.37 PM |
गोधुलि बेला | 05.30 PM 05.57 PM तक |
निशिता काल | 11.17 PM से 12.09 AM, (01 दिसंबर) |
अमृत काल | 03.11 AM से 04.55 AM |
विजय मुहूर्त | 02.12 AM से 03.03 AM |
आज का शुभ मुहूर्त
प्रदोष काल: 06.01 PM से 07.11 PM
अभिजीत मुहूर्त: 11.54 AM से 12.37 PM
अमृत काल: 03.11 AM से 04.55 AM
ब्रह्म मुहूर्त: 02.56 AM से 04.41 AM
विजय मुहूर्त: 02.10 AM से 03.03 AM
गोधूलि मुहूर्त: 05.30 PM 05.57 PM तक
निशिता काल: 11.17 PM से 12.09 AM, (01 दिसंबर)
आज का अशुभ समय:
राहु काल: 09.35 AM से 10.55 AM तक
कालवेला / अर्द्धयामसे: 12.50 PM से 01.33 PM तक
दुष्टमुहूर्त: 06.26 AM से 07.08 AM तक, 07.08 से 07.51 AM तक
यमगण्ड: 01.06 PM से 02.27 PM तक
भद्रा: नहीं है
गुलिक: 06.26 AM से 07.46 AM तक
गंडमूल: नहीं है
आज का शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धी: योग नहीं है
रवि पुष्य: योग-नहीं है
अमृतसिद्धि योग: नहीं है
त्रिपुष्कर योग: नहीं है
द्विपुष्कर योग: नहीं है
अभिजीत मुहूर्त: 11.54 AM से 12.37 PM
गुरू पुष्य योग: नहीं है
व्रत/पर्वः दर्श अमावस्या
दर्श अमावस्या के उपाय
हिंदू धर्म के अनुसार अमावस्या के दिन पितृ पृथ्वी पर अवतरित होते हैं. दर्श अमावस्या पर पितरों के नाम पिण्डदान का विधान है. इस दिन कुछ खास उपाय से देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं. इस दिन पूजा के समय एक लाल कपड़े पर देवी लक्ष्मी के साथ श्रीयंत्र रखकर पूजा करें. मां लक्ष्मी को लाल फूल, अक्षत, दूध से बनी मिठाई अर्पित करें. और देवी के इन आठ स्वरूपों का स्मरण निम्न मंत्र का कमल के माला से 108 जाप करें.
‘ॐ आद्यलक्ष्मै नमः’